रोड्स ने बताया कौन है उनका पसंदीदा भारतीय फील्डर
सुरेश रैना के साथ इंस्टाग्राम पर लाइव चैट करते हुए रोड्स ने कहा कि वह भारतीय खिलाड़ियों में रविंद्र जडेजा को काफी पसंद करते हैं। उनकी नजर में वह मौजूदा समय में भारत के बेस्ट फील्डर हैं।
उन्होंने कहा,' जडेजा मैदान पर फील्डिंग को लेकर काफी प्रतिबद्ध खिलाड़ी हैं। उनकी अंदाजा लगाने की क्षमता बेहतरीन है। पिछले कुछ समय में जडेजा ने कुछ शानदार कैच लिए हैं। उनकी सफलता का राज उनका समर्पण है। वह गेंद को लेकर अंदाजा लगाने के बारे में बहुत अच्छे हैं।
इस खिलाड़ी में रोड्स को दिखती है अपनी झलक
चैट के दौरान ही रैना ने रोड्स से पूछा कि अगर विश्व क्रिकेट में बात की जाये तो उन्हें कौन सा खिलाड़ी बेस्ट फील्डर लगता है जिसमें वह अपनी झलक देखते हों।
इस सवाल के जवाब में रोड्स ने कहा,' मुझे डिविलियर्स को बल्लेबाजी और फील्डिंग करते देखना काफी पसंद है। मार्टिन गुप्टिल और जड्डू हैं। माइकल बेवन भी मैदान पर काफी तेज हैं। लेकिन खुद की झलके देखने की बात करूं तो वह मुझे आप में दिखती है। मुझे पता है कि भारत में कितने सख्त मैदान हैं और मैं हमेशा से आपका बड़ा प्रशंसक रहा हूं।'
यह है भारतीय टीम का सबसे फिट खिलाड़ी
मैदान पर खिलाड़ी के लिये फिटनेस कितनी जरूरी है, इस बारे में बात करते हुए जोंटी रोड्स ने मौजूदा समय की भारतीय टीम के सबसे फिट खिलाड़ी का नाम बताया।
उन्होंने कहा,' मेरी नजर में भारतीय कप्तान विराट कोहली मौजूदा समय में सबसे फिट भारतीय खिलाड़ी हैं। फिटनेस को लेकर उनका जुनून काबिले तारीफ है। आज के समय में परिस्थितियां इतनी बदल गई हैं कि अगर खिलाड़ी को तीनों प्रारूप में खेलते रहना है तो खुद को मजबूत बनाना होगा।'
रोड्स ने बताया क्यों आया फील्डिंग के स्तर में बदलाव
90 के दशक में पहली बार खिलाड़ियों के बीच फील्डिंग की अहमियत को जताने वाले जोंटी रोड्स ने बताया कि पहले की तुलना में आज क्यों इसके स्तर में इतना बदलाव आ गया है।
उन्होंने कहा, 'पहले के जमाने में और मौजूदा समय में जमीन-आसमान का अंतर है। उस वक्त टीम में सिर्फ एक-दो ही अच्छे फील्डर हुआ करते थे... अब फिटनेस का स्तर काफी बढ़ गया है, सिर्फ आईपीएल और टी-20 क्रिकेट में ही नहीं बल्कि हर फॉर्मेट में। विराट कोहली जैसा बल्लेबाज अगर टेस्ट में बल्लेबाजी कर रहा हैं तो कोई भी टीम उन्हें दो मौके नहीं देना चाहेगी... नहीं तो वो बल्लेबाजी करते रहेंगे। फील्डिंग सिर्फ मेरे कारण नहीं बदली है... हो सकता है कि हम इसके प्रति ज्यादा जागरूक हो गए हों, लेकिन खिलाड़ियों को पता है कि बल्लेबाजी और गेंदबाजी के अलावा भी खेल का तीसरा हिस्सा है जिसे फील्डिंग कहते हैं। खिलाड़ी की शारीरिक काबिलियत बदल गई है।'