नई दिल्ली: कुछ खिलाड़ी अपने क्षेत्रों से निकलकर अंतरराष्ट्रीय पटल पर वो चमक बिखेरते हैं जिसके बाद उनको अपने क्षेत्र से नहीं बल्कि उनके क्षेत्रों को उनके नाम से जाना जाता है। कई बार तो खिलाड़ी और उसकी मूल जगह में एक अटूट रिश्ता होता है जो कभी नहीं टूटता। आधुनिक क्रिकेट में भारत के दो पूर्व कप्तानों के साथ उनकी गृहनगरों के ऐसे ही रिश्ते हैं। इनमें से एक सौरव गांगुली का नाम लिया जा सकता है जिनके लिए पूरा कोलकाता पलके बिछाकर तैयार हो जाता है। प्रिंस ऑफ कोलकाता के नाम से विख्यात गांगुली के बाद महेंद्र सिंह धोनी ऐसी शख्सियत हैं जिनको लेकर रांची में दीवानगी चरम पर देखी जा सकती है।
धोनी यहां की मिट्टी के जुड़े शख्स हैं जिन्होंने धरातल पर जीवन शुरू करके आसमान की ऊंचाईयों का सफर तय किया है। झारखंड के सबसे लोकप्रित इंसान धोनी के लिए भारत के महान ओपनिंग बल्लेबाज रहे सुनील गावस्कर ने एक मांग की है। इस मांग से पहले आपको बता दें कि इसी साल (2019) की शुरुआत में झारखंड क्रिकेट एसोसिएशन ने जेएससीए स्टेडियम के एक स्टैंड का नाम धोनी पर रख दिया था लेकिन गावस्कर का मानना है पूरे स्टेडियम का नाम विकेटकीपर-बल्लेबाज के नाम पर होना चाहिए।
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बता दें कि इस मैदान को धोनी के कारनामों ने नई पहचान दी। साथ ही रांची को भारतीय क्रिकेट में अपनी जगह बनाने में मदद की। रांची में अब अपना खुद का इंटरनेशल स्टेडियम है और पहले ही अंतरराष्ट्रीय मैचों के साथ-साथ आईपीएल मैचों की भी मेजबानी कर चुका है। भारत और दक्षिण अफ्रीका के बीच रांची में चल रहे तीसरे टेस्ट में टिप्पणी करते हुए गावस्कर ने प्रस्ताव दिया, "इस स्टेडियम में एमएस धोनी नाम का पवेलियन है, लेकिन इस स्टेडियम को एमएस धोनी कहा जाना चाहिए क्योंकि उन्होंने रांची को क्रिकेट के नक्शे में बना दिया है।
जहां तक रांची टेस्ट की बात है तो यह टीम इंडिया का दक्षिण अफ्रीका के साथ तीसरा टेस्ट है और सीरीज के दोनों टेस्ट भारत पहले ही जीतकर सीरीज में अजेय बढ़त ले चुका है। इस मैंच में पहले बैटिंग करते हुए भारत की ओर से रोहित शर्मा ने सीरीज का तीसरा शतक ठोक दिया है। हालांकि विराट कोहली, पुजारा और मयंक पहली पारी में सस्ते में आउट हो गए।