अंदरूनी जिलों में छुपी हैं अधिकांश प्रतिभाएं-
इस दौरान उन्होंने बताया है कि भारत में अधिकतर क्रिकेट प्रतिभाए बड़े शहरों में नहीं बल्कि अधिकांश देश के अंदरूनी जिलों में देखने को मिल रही हैं और वो भी विशेष रूप से उत्तर भारत में ऐसा ज्यादा है।
लगातार 5 रिकॉर्ड टेस्ट शतक ठोकने वाले महान विंडीज बल्लेबाज सर एवर्टन वीक्स का निधन
कपूर का कहना है कि जूनियर चयन समिति ने भारतीय सीनियर टीम के लिए खिलाड़ी तैयार करने में अच्छा काम किया है। पिछले चार सालों पर नजर डालें तो भारत और भारत ए पृथ्वी शॉ, शुभमन गिल, शिवम मावी (भारत ए) पर काफी कुछ चल रहा है।
अगली खेंप में कौन हो रहा है तैयार-
कपूर ने बताया, "मैं कमलेश नागरकोटी से प्रभावित था। वह बहुत अच्छा है। दुर्भाग्यपूर्ण है कि उन्हें बहुत अधिक चोटें आईं। उनके बैच से कुछ ने हमें प्रभावित किया। वर्तमान बैच से, एक व्यक्ति जो सभी स्थानों पर जाता है, वह है यशसवी जायसवाल। कई लोगों ने रवि बिश्नोई, ध्रुव जुरेल और प्रियम गर्ग को अच्छी संभावनाओं के रूप में मूल्यांकन किया है।
कपूर का कहना है यहां से यह खिलाड़ियों के ऊपर है कि वह किस तरह से आगे जाते हैं। जो विचलित होते हैं वो फिर भारत के लिए खेलने का मौका खोते जाते हैं।
ऑलराउंडर क्या अब भी एक समस्या है?
भारत में ऑलराउंडर हमेशा से एक समस्या रही है और अब भी यह समस्या ही है। इसके पीछे का कारण बताते हुए कपूर कहते हैं-
'मेरे जैसी कदकाठी का अभिनेता': अपनी बॉयोपिक में इस स्टार को देखना चाहते हैं भुवनेश्वर कुमार
'यह कठिन काम है। कई लोग आसान तरीका अपनाते हैं और बल्लेबाज या गेंदबाज बन जाते हैं। आपको एक ऑलराउंडर होने के लिए बेहद प्रतिभाशाली होने की आवश्यकता है, और इसके लिए सहनशक्ति भी चाहिए।'
उन्होंने बताया कि दिव्यांश जोशी एक ऐसा खिलाड़ी है लेकिन उन्होंने विश्व कप से पहले त्रिकोणीय श्रृंखला में अपने कंधे को उतार दिया।
अगले तेज गेंदबाजों पर आशीष कपूर की एक झलक-
इसके अलावा आंध्र प्रदेश के तेज गेंदबाज ऑलराउंडर नीतीश रेड्डी को उन्होंने बहुत अच्छी संभावना बताया। वह आंध्र के लिए खेले। उन्होंने सलामी बल्लेबाज के रूप में 1,200 रन बनाए और लगभग 40 विकेट लिए। यह किसी के लिए भी जबरदस्त है और वह विकसित होने की प्रक्रिया से गुजर रहे हैं।
U-19, U-23 स्तर पर पेसरों के बारें में बात करते हुए कपूर ने बताया- 'कार्तिक त्यागी अच्छा है। झारखंड के सुशांत मिश्रा बाएं हाथ के तेज गेंदबाज हैं। उन्होंने प्रथम श्रेणी क्रिकेट खेला। कमलेश बहुत प्रभावशाली रहे हैं। राजस्थान के काफी लेफ्ट आर्म पेसर हैं जो वास्तव में अच्छे हैं।'