नई दिल्ली। भारत और पाकिस्तान के बीच राजनीतिक तनाव के कारण दोनों देशों की क्रिकेट टीमों के बीच लंबे समय से कोई सीरीज नहीं हुई है। दोनों देशों को केवल ICC टूर्नामेंटों में एक-दूसरे के खिलाफ खेलते हुए देखा गया है। भारत और पाकिस्तान ने आखिरी बार वर्ष 2013-14 में एक द्विपक्षीय सीरीज खेली थी और तब से उनके मुकाबले केवल आईसीसी आयोजनों के लिए निर्धारित किए गए हैं।
दोनों देशों के एक-दूसरे के खिलाफ खेलने की भविष्य की संभावनाओं के बारे में बताते हुए पाकिस्तान के अनुभवी विकेटकीपर-बल्लेबाज कामरान अकमल को लगता है कि बीसीसीआई अध्यक्ष सौरव गांगुली एक-दूसरे से खेलने वाले देशों के विचारों को हकीकत में लाने में अहम भूमिका निभा सकते हैं।
अकमल ने कहा, "सबसे बड़ी बात यह है कि सौरव गांगुली बीसीसीआई अध्यक्ष हैं। उसने पाकिस्तान के खिलाफ इतने सारे मैच खेले हैं और वह इन खेलों के महत्व को समझता है और कैसे खेल दोनों देशों को करीब ला सकता है। मुझे लगता है कि वह अपने कार्यकाल के दौरान भारत को पाकिस्तान के साथ खेलते देखना चाहेंगे। मुझे पता है कि वह इसे चाहता है, मैंने उसके साथ खेला है और मुझे यकीन है कि वह इस बारे में सोचता है। उस युग के खिलाड़ी, वे निश्चित रूप से चाहते हैं कि भारत बनाम पाकिस्तान खेल फिर से शुरू हो। "
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अकमल ने आगे कहा कि भारत-पाकिस्तान मैचों को फिर से शुरू करने में आईसीसी की बड़ी भूमिका है। उन्होंने कहा कि अगर दोनों देश अपने-अपने देशों में विश्व टेस्ट चैंपियनशिप में एक-दूसरे का सामना करते हैं तो यह उनके बीच संबंधों को बेहतर बनाने की एक बड़ी पहल होगी। उन्होंने कहा, "आईसीसी भारत बनाम पाकिस्तान खेलों को फिर से शुरू करने में एक प्रमुख भूमिका निभा सकता है। लेकिन ICC को इस पर गौर करना चाहिए कि भारत बनाम पाकिस्तान के खेल फिर से शुरू हों। खासतौर पर वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के लिए, जहां हम भारत में जाकर खेलते हैं और वे पाकिस्तान में आकर खेलते हैं। कोई तटस्थ स्थान नहीं। तभी रिश्ते बेहतर होंगे।"
अपने यूट्यूब चैनल पर सवेरा पाशा को अपने विचार व्यक्त करते हुए अकमल ने दोनों देशों के बीच हुए मैचों को भी याद किया। उन्होंने बताया कि जब दोनों राष्ट्र एक-दूसरे के आमने-सामने होंगे तो माहौल चरम पर पहुंच जाएगा और प्रशंसकों ने इसके हर पल का लुत्फ उठाया। अकमल ने कहा, "यह पिछले 10-12 वर्षों से चल रहा है। इससे सबसे ज्यादा नुकसान दो राष्ट्र और उनके लोग हैं। हम जब भी भारत दौरे पर जाते थे तो फैन्स हमें प्यार से नहलाते थे। जब भारत पाकिस्तान का दौरा करता था, तो हमारे प्रशंसक उनका स्वागत करते थे। यह एक उत्सव का माहौल हुआ करता था, और भारत और पाकिस्तान के अलावा, पूरी दुनिया खेल देखती थी।''