लंदन। यदि कोई टीम जो कि इस बात का प्रतीक है कि क्रिकेट एक सज्जन व्यक्तियों का खेल है तो वह न्यूजीलैंड हैं। जिसने विश्व कप में हर प्रशंसकों का दिल जीत लिया है। यह उनके कप्तान केन विलियमस के अलावा किसी और को नहीं आता है। शायद टीम के सबसे अच्छे खिलाडी हैं। हालांकि जीत के बाद की स्थितियां सबके लिए आसाना होती है लेकिन विलियमसन और उनकी टीम की हार की वजह से कई क्रिकेट प्रशंसक नाराज भी हुए।
कुछ लोग इसे अन्याय कहेंगे क्योंकि क्रिकेट के सबसे बड़े टूर्नामें में विश्वकप के फाइनल में हार वो भी तब जब एक टीम जीत की हकदार है। केन विलियमसन ने कप्तानी के साथ-साथ बल्ले से भी कमाल दिखाया। रविवार को खेले गए फाइनल मुकाबले के बाद उनको प्लेयर ऑफ द टूर्नामेंट चुना गया। लेकिन टीम की हार पर वो खुद हैरान थे।
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मैच के बादद बोलते हुए उन्होंने स्वीकार किया कि रविवार को फाइनल मुकाबले में मिली हार का स्वीकार करना न्यूजीलैंड की टीम के लिए सबसे मुश्किल पल था। क्योंकि उनकी टीम इसलिए हार क्योंकि मैच के दौरान उनकी टीम की ओर से कम बाउंड्री लगाई गई थी। बता दें कि रविवार को खेले गए विश्वकप टूर्नामेंट का फाइनल मुकाबला सुपर ओवर तक पहुंच गया था।
Kane Williamson getting told he’s the player of the tournament cracks me up! “ME?!” pic.twitter.com/yuF79sfUkE
— DK not a DJ (@Davidkane11) July 14, 2019
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न्यूजीलैंड के 241-8 के लक्ष्य का पीछा करते हुए इंग्लैंड की टीम भी 241 रन बना सकी। इसके बाद मुकाबला सुपर ओवर में चला गया। इसके बाद सुपर ओवर में इंग्लैंड ने 15 रन बनाए। न्यूजीलैंड को जीत के लिए 16 रनों की जरूरत थी और टीम ने 15 रन बनाने में सफल भी रही लेकिन कम बाउंड्री होने की वजह से मेजबान इंग्लैंड को विजेता घोषित कर दिया गया। हालांकि बाउंड्री की वजह से मैच हारन के बाद विलियमसन ने हैरानी जरूर जताई लेकिन उन्होंने आईसीसी की निंदा करने से इनकार कर दिया।
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