नई दिल्ली: क्रिकेट सलाहकार समिति (सीएसी) के अध्यक्ष कपिल देव का मानना है कि भारतीय टीम के सपोर्ट स्टाफ का चयन करते में सीएसी की भी भूमिका होनी जरूरी है। शुक्रवार को सीएसी ने रवि शास्त्री का कार्यकाल 2 साल के लिए बढ़ा दिया है।
प्रशासकों की समिति यानी सीओए ने हेड कोच को चुनने की जिम्मेदारी जहां सीएसी को दी थी तो वहीं सपोर्ट स्टाफ को चुनने की जिम्मेदारी एमएसके प्रसाद की अगुवाई वाली चयन समिति को सौंपी गई है।
जब कपिल ने पूछा गया कि स्पोर्ट स्टाफ को चुनने में क्या सीएसी की राय ले जाएगी तो कपिल ने कहा- 'हां, हमारी राय लेनी चाहिए। अगर आप मुझसे पूछते हैं तो मैं आपको बता दूं कि हमने बोर्ड को स्पोर्ट स्टाफ के चुनाव प्रक्रिया के बारे में भी अपने सुझाव भेज दिए हैं। अगर हम यह काम नहीं करते तो यह अपनी ड्यूटी ठीक से नहीं निभाने के जैसा होता।'
वो 5 मापदंड जिन्होंने रवि शास्त्री को दोबारा दिला दिया टीम इंडिया के हेड कोच का पद
कपिल ने इस दौरान यह भी बताया कि वे सपोर्ट स्टाफ की चुनाव प्रक्रिया का हिस्सा बनना चाहेंगे। बता दें कि हेड कोच के चयन के बाद अब 19 अगस्त को टीम इंडिया के सपोर्ट स्टाफ का भी चयन होना है। सपोर्ट स्टाफ में संजय बांगर (बैटिंग कोच), भरत अरुण (बॉलिंग कोच), आर श्रीधर (फील्डिंग कोच) और प्रशासनिक मैनेजर सुनील सुब्रमण्यम शामिल हैं।
माना जा रहा है कि संजय बांगर की छुट्टी होनी तय है। वहीं, भरत अरुण अपने पद पर बने रह सकते हैं। हालांकि इस पोस्ट के लिए वेंकटेश प्रसाद, डरेन गॉफ, सुनील जोशी जैसे धुरंधरों ने भी अप्लाई किया हुआ है। जबकि फील्डिंग कोच के लिए श्रीधर को दक्षिण अफ्रीका के महान फील्डर रह चुके जोंटी रोड्स से सीधी टक्कर मिल सकती है।