पेश किया 'रिपोर्ट कार्ड'
भारतीय क्रिकेट टीम ने घरेलू और विदेशी दोनों जगहों पर कई सीरीज जीतीं। टीम ने ऑस्ट्रेलियाई धरती पर दो टेस्ट सीरीज जीती। हालांकि, एक निराश जो रही वो है भारत का ICC खिताब नहीं जीतना। मुख्य कोच शास्त्री के नेतृत्व में भारत ने तीन ICC इवेंट - 2019 विश्व कप, विश्व टेस्ट चैम्पियनशिप और हाल ही में संपन्न T20 विश्व कप 2021 खेले। लेकिन एक बार भी ट्राॅफी उठाने का गौरव प्राप्त नहीं हो सका। इस बीच, पूर्व भारतीय कप्तान कपिल देव ने शास्त्री के नेतृत्व में टीम इंडिया के प्रदर्शन का ब्याैरा देते हुए एक 'रिपोर्ट कार्ड' पेश किया है। हालांकि कपिल ने कहा कि राष्ट्रीय टीम ने शानदार काम किया है। उन्होंने कहा कि आईसीसी खिताब ना मिल पाना कुछ ऐसा है जो शास्त्री और कोहली के कार्यकाल को अधूरा बनाता है।
रवि शास्त्री और विराट कोहली दोनों ने शानदार काम किया
टी20 वर्ल्ड कप 2021 में टीम इंडिया के जल्दी बाहर होने की बात करते हुए कपिल ने माना कि 2007 के वनडे वर्ल्ड कप के बाद यह पहला मौका था, जब भारत इतने खराब प्रदर्शन के साथ लौटा। कपिल ने अनकट के साथ एक इंटरव्यू में कहा, "मुझे लगता है कि दोनों ने शानदार काम किया है। मैं समझता हूं कि वे भारत को एक बड़ी ट्रॉफी नहीं दिला सके लेकिन अगर हम पिछले पांच सालों को देखें, जब से कोहली ने कप्तानी संभाली है, कोई कमी नहीं है। आईसीसी ट्रॉफी ना जीत पाना सबसे बड़ी कमी है। इसके अलावा, भारत ने ऑस्ट्रेलिया, इंग्लैंड में जीत हासिल की है। उन्होंने जहां भी दाैरा किया है, उन्होंने दूसरी टीम को हराया है।"
इसलिए काटे 10 प्रतिशत अंक
कपिल ने कहा, "विश्व कप के नॉकआउट तक पहुंचना भी बहुत बड़ी बात है। मुझे लगता है कि 2007 विश्व कप के बाद यह पहला टी20 विश्व कप है जहां ऐसा लगा कि भारत निराशाजनक था। अगर वे टाॅप 4 में पहुंचते और फिर हार जाते, तो यह समझ में आता है। लेकिन अगर आप टाॅप चार में नहीं पहुंचे तो आलोचना होगी।'' कुल मिलाकर कपिल देव ने कोहली-शास्त्री के युग में भारत के प्रदर्शन को 90 प्रतिशत सही माना। उन्होंने आईसीसी ट्रॉफी की कमी के कारण 10 प्रतिशत की कटौती की। उन्होंने कहा, 'अगर आप इसे ट्रॉफी के नजरिए से देखें तो यह पूरी तरह से अलग बात है। लेकिन अगर आप उनके क्रिकेट को देखें, जिस ब्रांड को उन्होंने पिछले पांच वर्षों में खेला है, तो मैं उन्हें 100 में से 90 प्रतिशत अंक दूंगा, और आईसीसी ट्रॉफी नहीं जीतने पर 10 प्रतिशत अंक काट दूंगा।"