बेंगलुरु, 7 नवंबर: केंद्रीय अपराध शाखा ने गुरुवार (7 नवंबर) को कर्नाटक के दो शीर्ष घरेलू खिलाड़ियों- सीएम गौतम और अबरार काजी को कर्नाटक प्रीमियर लीग (केपीएल) फिक्सिंग में उनकी कथित संलिप्तता के मामले में गिरफ्तार किया। ये खिलाड़ी केपीएल में बेल्लारी टस्कर्स की टीम से खेलते हैं।
गौतम टस्कर्स के कप्तान और विकेटकीपर हैं जबकि काजी एक ऑलराउंडर हैं। गौतम गोवा के लिए खेलने के लिए इस घरेलू सत्र से पहले कर्नाटक से बाहर चले गए थे, जबकि काजी अब मिजोरम के लिए खेल रहे हैं।
पुलिस ने कहा कि गौतम और काज़ी को टस्कर्स और हुबली टाइगर्स के बीच केपीएल फाइनल में धीमी बल्लेबाजी के लिए 20 लाख रुपये दिए गए थे। अधिकारियों ने कहा कि आने वाले दिनों में और गिरफ्तारियां होने की संभावना है और जांच सुचारू रूप से और लक्ष्य पर आगे बढ़ रही है।
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गौतम इंडियन प्रीमियर लीग में रॉयल चैलेंजर्स बैंगलोर, मुंबई इंडियंस और दिल्ली डेयरडेविल्स के लिए भी खेल चुके हैं। गौतम ने 94 फर्स्ट-क्लास मैच खेले हैं, जिसमें 41.4 रन बनाए हैं, जिसमें 10 शतक और 24 अर्द्धशतक के साथ 4714 रन बनाए है और वह कर्नाटक की ओर से खेलने वाले नियमति सदस्य रहे हैं।
काजी ने मिजोरम में शिफ्ट होने से पहले पिछले सीजन में नगालैंड के लिए खेला था और दोनों का नाम शुक्रवार से शुरू होने वाली सैयद मुश्ताक अली ट्रॉफी में था। मिजोरम क्रिकेट संघ के अधिकारियों ने संपर्क करने पर कहा कि काजी कुछ दिनों पहले बेंगलुरु के लिए रवाना हुए थे और वे लोग इस मामले पर नजर रख रहे हैं।
गौतम और काजी की गिरफ्तारी केपीएल फिक्सिंग के सिलसिले की कड़ी में नवीनतम घटनाक्रम के रूप में आई है। पिछले सप्ताह निशांत सिंह शेखावत को गिरफ्तार किया गया था, उससे पहले ही मामले की जांच करने वालों ने बेंगलुरु ब्लास्टर्स के खिलाडिय़ों विनू प्रसाद और एम विश्वनाथ को हिरासत में ले लिया था। इससे पहले, बेलगावी पैंथर्स के मालिक अशफाक अली थारा को भी केपीएल फिक्सिंग घोटाले के सिलसिले में सितंबर में गिरफ्तार किया गया था।
बीसीसीआई की भ्रष्टाचार निरोधक इकाई भी घटनाओं की श्रृंखला को बारीकी से देख रही है और कर्नाटक राज्य क्रिकेट संघ (केएससीए) के संपर्क में है।