नई दिल्लीः कश्मीर प्रीमियर लीग के पहले संस्करण के कारण उपजा तनाव अभी जारी है, पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड (बीसीसीआई) के खिलाफ कुछ गंभीर आरोप लगाए हैं।
दक्षिण अफ्रीका के पूर्व क्रिकेटर हर्शल गिब्स के ट्विटर बताया था कि बीसीसीआई उन्हें लीग में भाग लेने से कैसे रोक रहा है। इस पर पीसीबी ने एक बयान जारी कर बीसीसीआई पर अंतरराष्ट्रीय मानदंडों और सज्जनों के खेल की भावना का उल्लंघन करने का आरोप लगाया। हाल ही में, पाकिस्तान के पूर्व क्रिकेटर शाहिद अफरीदी ने भी ट्विटर का सहारा लिया।
गिब्स के 31 जुलाई के ट्वीट पर अफरीदी की प्रतिक्रिया ये थी- "वास्तव में निराशाजनक है कि बीसीसीआई एक बार फिर क्रिकेट और राजनीति को मिला रहा है! केपीएल कश्मीर, पाकिस्तान और दुनिया भर के क्रिकेट प्रशंसकों के लिए एक लीग है। हम एक शानदार शो पेश करेंगे और इस तरह के व्यवहार से विचलित नहीं होंगे !!"
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31 जुलाई की एक पीसीबी विज्ञप्ति में कहा गया है: "पीसीबी का मानना है कि बीसीसीआई ने कई रिटायर क्रिकेटरों को कश्मीर प्रीमियर लीग में शामिल होने से रोकने के लिए आईसीसी सदस्यों को चेतावनी जारी करके खेल को बदनाम कर दिया है, और धमकी दी है कि उन्हें भारत में क्रिकेट से जुड़े काम के लिए प्रवेश की अनुमति नहीं दी जाएगी।
Really disappointing that BCCI is once again mixing cricket and politics! KPL is a league for Kashmir, Pakistan and cricket fans around the world. We will put up a wonderful show and won't be deterred with such behaviour!! https://t.co/J9XcbEeUF6
— Shahid Afridi (@SAfridiOfficial) July 31, 2021
"बीसीसीआई का ऐसा आचरण पूरी तरह से अस्वीकार्य है, यह क्रिकेट की भावना के खिलाफ और एक खतरनाक मिसाल कायम करता है, जिसे न तो बर्दाश्त किया जा सकता है और न ही नजरअंदाज किया जा सकता है।
हालांकि, बाद में 31 जुलाई (शनिवार) को, बीसीसीआई के एक अधिकारी ने पीसीबी को फटकार लगाई, जिसमें कहा गया कि भारतीय बोर्ड को भारत में क्रिकेट से संबंधित निर्णय लेने का अधिकार है।
इस बीच, कश्मीर प्रीमियर लीग के क्रिकेट संचालन निदेशक तैमूर खान ने पुष्टि की कि लीग 6 से 17 अगस्त, 2021 तक निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार आगे बढ़ेगी, जिसमें छह टीमें मुजफ्फराबाद में भिड़ेंगी।