केदार जाधव का गोल्डन आर्मः
इस मुकाबले की जब शुरुआत हुई तो बांग्लादेश के सलामी बल्लेबाज एक अलग ही अंदाज में नजर आ रहे थे। लिटन दास-मेहदी ने भारत की मुश्किलें बढ़ा दी थी। एक समय ऐसा लग रहा था कि बांग्लादेश इस मुकाबले में 300 के आंकड़े को छू जाएगा, लेकिन केदार ने एक बार फिर सभी के भरोसों को जीत लिया और भारत को पहली सफलता दिलाई। बस यहीं से मुकाबला एक अलग ही मोड़ पर आ गया और भारतीय गेंदबाजों ने शानदार वापसी की।
भारतीय फील्डरों का कमाल, जडेजा का रन आउटः
भारतीय गेंदबाजों ने तो इस मुकाबले में शानदार वापसी की ही साथ ही भारतीय फील्डरों ने भी इस मुकाबले में कमाल किया। खासकर जडेजा का वो रन आउट जिसने सौम्स सरकार को पवेलियन भेजा वो बेहद खास था। इस रनआउट की बदौलत बांग्लादेश का स्कोर 223 पर ही सिमट गया। वहीं जडेजा की चुस्ती की हर ओर चर्चा हो रही है।
वो आखिरी ओवर का रोमांचः
6 गेंद में भारत को 6 रनों की दरकार थी। कुलदीप स्ट्राइक पर थे, उन्होंने जाधव को सिंगल दिया। जाधव ने अगली गेंद पर 1 रन दौड़े। वहीं अगली गेंद पर कुलदीप ने भागकर 2 रन दौड़ लिए, वहीं अगली गेंद पर वो बीट हो गए, लेकिन पांचवी गेंद पर 1 रन भागकर लिया। वहीं आखिरी गेंद पर केदार ने सिंगल लेकर भारत को जीत दिला दिया।
केधार ने बताया कैसे आखिरी ओवर में छीन ली जीतः
भारतीय सलामी इस मुकाबले में वो कमाल नहीं दिखा सकी जो उसने बाकी मुकाबलों में दिखाई थी। हालांकि कप्तान रोहित ने 48 रन की पारी खेली, लेकिन बांग्लादेश के गेंदबाजों ने इस मुकाबले में शानदार वापसी की और इस मुकाबले को एक रोमांचक मोड़ पर लाकर खड़ा कर दिया। जाधव ने आखिरी ओवर के बारे में बात करते हुए कहा कि बांग्लादेश के कप्तान को लग रहा था कि हम चौके छक्के मारेंगे, इसलिए उन्होंने सारे फील्डर बाउंड्री पर लगाए थे। बस फिर हमने सिंगल डबल्स की मदद से इस मुकाबले को जीत लिया। उनकी इस कमजोरी का हमने फायदा उठाया।