नई दिल्ली। विश्वकप के पहले सेमीफाइनल में भारत न्यूजीलैंड के हाथों हारकर टूर्नामेंट से बाहर हो गया। भारत की हार के साथ ही करोड़ों भारतीयों का सपना एक झटके में टूट गया। भारत पर 18 रनों से जीत हासिल करने वाली न्यूजीलैंड की टीम के कप्तान केन विलियमसन ने कहा कि, इस जीत का अलग अहसास है। यह मुकाबला जीतना उनकी टीम के लिए आसान नहीं रहा। हमारी ओर से अच्छी गेंदबाजी हुई। ईमानदारी से कहूं तो धोनी और जडेजा के साझेदारी ने मुझे परेशान कर दिया था लेकिन अंत में सब कुछ हमारे पक्ष में हुआ।
अपनी टीम के बारे में बात करते हुए विलियमसन ने कहा कि, हमारे पास खिलाड़ियों का एक अच्छा समूह था। यह एक मुश्किल खेल था और एक कठिन सेमीफाइनल था। हमें जल्दी से परिस्थितियों का आकलन करना था और मुझे लगता है कि दोनों पक्षों जानते थे कि, यह एक उच्च स्कोरिंग मैंच नहीं है। हमने रणनीति बनाई था कि, 240-250 स्कोर भारत को दबाव में लाने में मदद करेगा। टीम ऐसा करने में सक्षम थी। उन्होंने यह भी माना कि, कल की बारिश के बाद स्थितियां बहुत बदल गई थी।
विलियमसन ने बताया कि, हमारे गेंदबाज नई गेंद को हवा में मूव कराने की कोशिश कर रहे थे। वे इसकी मदद से दुनिया के सबसे शानदार भारतीय बैंटिंग लाइन-अप पर दवाब में ला सकते थे। हमें पता था कि अगर ट्रैक धीमा हो गया तो हम इस बैटिंग लाइनअप को तोड़ने में सफल रहेंगे। लेकिन उन्होंने दिखा दिया कि, उन्हें दुनिया की सबसे शानदार बैटिंग लाइनअप क्यों कहा जाता है। एक समय पर जडेजा और धोनी की बैटिंग ने हमें परेशानी में डाल दिया था।
विलियमसन ने बताया कि, हमने देखा है कि कई बार परिस्थितियाँ वास्तव में मुश्किल होती हैं। हमने अपना सर्वश्रेष्ठ क्रिकेट नहीं खेला, लेकिन मेरे साथियों ने मुझे निराश नहीं किया और उन्होंने मुझे पूरा सहयोग दिया। ऐसे विशेष दिन, कुछ भी हो सकता है और यह छोटे स्कोर का खेल था। यही नहीं न्यूजीलैंड के कप्तान ने भारतीय खेल समर्थकों की भी जमकर तारीफ की।
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