नई दिल्ली। टीम इंडिया के युवा तेज गेंदबाज खलील अहमद ने वेस्टइंडीज के खिलाफ चौथे वनडे मैच में शानदार गेंदबाजी (तीन विकेट चटकाए) की। खलील अहमद जब गेंदबाजी कर रहे थे तो उन्हें विकेट भी मिल रहे थे। इसी दौरान खलील ताव में आ गए और आईसीसी की आचार संहिता के लेवल-1 का उल्लंघन कर दिया। खलील अहमद को ICC के Code of Conduct को तोड़ने का दोषी पाया गया है, जिसका खामियाजा भी उनको भुगतना पड़ा है।
मिली चेतावनी और हुआ ये नुकसान
इस मामले में खलील अहमद को एक आधिकारिक चेतावनी मिल गई है। आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट को तोड़ने के एवज में खलील अहमद के खाते में एक डीमेरिट अंक जोड़ दिया गया है। अब इसके बाद खलील अहमद को संभल कर खेलना होगा. खलील अहमद को अपील और विकेट लेने के बाद मनाए जाने वाले जश्न पर काबू करना होगा, जिससे कि वह डीमेरिट प्वाइंट ना गवाएं। बहरहाल, इस मैच को टीम इंडिया ने 224 रनों के विशाल अंतर से जीता था और सीरीज में 2-1 से बढ़त बनाई।
ये था पूरा मामला
आईसीसी की एक प्रेस रिलीज के अनुसार, "खलील अहमद को आईसीसी के कोड ऑफ कंडक्ट के आर्टिकल 2.5 के उल्लंघन का दोषी पाया गया, जो कि अंतरराष्ट्रीय मैच के दौरान विकेट लेने के बाद बल्लेबाज को आक्रामक प्रतिक्रिया के लिए उत्तेजित करने वाली भाषा, कार्य या इशारा करने से संबंधित है। यह घटना वेस्टइंडीज की पारी के 14वें ओवर की है जब खलील अहमद ने विंडीज टीम के मार्लोन सैमुअल्स को स्लिप में रोहित शर्मा के हाथों कैच आउट कराने के बाद आक्रामक रूप अपनाया था और बल्लेबाज की तरफ बढ़े थे।"
खलील ने स्वीकार की गलती
मुंबई के ब्रेबॉन स्टेडियम में खेले गए इस मैच के बाद खलील अहमद ने अपनी गलती स्वीकार की। इसके साथ-साथ मैच रेफरी क्रिस ब्रॉड द्वारा प्रस्तावित गलती को भी खलील ने स्वीकार किया। आपको बता दें, खलील अहमद की शिकायत फील्ड अंपायर इयान गोल्ड और अनिल चौधरी, तीसरे अंपायर पॉल विलसन और चौथे अंपायर सी शमसुद्दीन ने की मैच रेफरी से की थी।
इतना ही नहीं बीच मैच में खलील की अत्यधिक अपील के कारण कप्तान विराट कोहली को भी अंपायरों से बात करनी पड़ी थी। आपकी जानकारी के लिए ये भी बता दें कि ऐसे मामलों में या तो खिलाड़ी की मैच फीस काटी जाती है या फिर एक या दो डीमेरिट प्वाइंट्स काटे जाते हैं।