क्या थी वो गलती?
कैच छोड़ा मतलब मैच छोड़ा। यही बात दिल्ली टीम के लिए उस समय सही साबित हुई, जब 5वें ओवर की चाैथी गेंद पर कागिसो रबाडा ने कैच छोड़ दिया। यह जीवनदान मिला था वेंकटेश अय्यर को जिन्होंने फिर अर्धशतक जड़ दिया। ओवर भी खुद रबाडा ही फेंक रहे थे। चाैथी गेंद पर वेंकटेश ने सीधा शाॅट खेलने का प्रयास किया, लेकिन गेंद रबाडा के हाथों में गई। हालांकि रबाडा गेंद को दोनों हाथों से लपकने में असफल रहे। उस समय वेंकटेश 23 रनों पर खेल रहे थे। वो रफ्तार पकड़ चुके थे। अगर वेंकटेश का विकेट उस समय गिर गया होता तो हो सकता था कि मैच का नतीजा कुछ और होता, क्योंकि इस बीच पर बल्लेबाजी करना आसान नहीं था।
कैच छोड़ना पड़ा इतना भारी
वेंकटेश का कैच छोड़ा दिल्ली को इतना भारी पड़ गया कि वेंकटेश ने पहले विकेट के लिए शुबमन गिल के साथ 96 रनों की साझेदारी कर ली। उन्होंने जीवनदान मिलने फायदा उठाते हुए 41 गेंदों में 55 रन बना दिए, जिसमें 4 चाैके व 3 छक्के शामिल रहे। उनकी इस पारी ने केकेआर को जीत के करीब ला दिया। दिल्ली के फील्डरों ने यहां ही नहीं बल्कि आगे भी गलती की। उनके पास नीतिश राणा को भी कैच आउट करने का माैका था जब वो महज 1 रन बनाकर खेल रहे थे, लेकिन रविचंद्रन अश्विन ने बाउंड्री के पास एक आसान कैच छोड़ दिया। लिहाजा नीतिश ने मुश्किल भरी पिच में 11 गेंदों में 12 रन बना दिए। हालांकि फिर आखिरी 4 ओवरों में गेंदबाजों ने वापसी करने की कोशिश की, लेकिन तब तक देरी हो चुकी थी। वेंकटेश का विकेट जल्दी गिरता तो मैच पलट सकता था। वेंकटेश के अलावा शुबमन गिल ने 46 गेंदें खेलकर 46 रन बनाए। इनके अलावा 4 बल्लेबाज तो बिना खाता खोले आउट हो चुके थे।
टूट गया दिल्ली का सपना
वेंकटेश की अर्धशतकीय पारी और 19वें ओवर की 5वीं गेंद पर लगे राहुल त्रिपाठी के छक्के ने दिल्ली का खिताब जीतने का सपना तोड़ दिया। दिल्ली पिछले सीजन में फाइनल तक गई थी, लेकिन वहां मुंबई इंडियंस ने उन्हें हराकर खिताब जीत लिया। दिल्ली का आईपीएल 2021 में शानदार सफर रहा। वह अंक तालिका में दूसरे स्थान पर रहे। केकेआर से हारने से पहले दिल्ली को क्वालिफायर 1 में चेन्नई सुपर किंग्स से हार का सामना करना पड़ा था।