आंद्रे रसेल के पास मैच को जिताने का बहुत ही बेहतरीन मौका था- गंभीर
केकेआर की टीम मुकाबला हार गई लेकिन गौतम गंभीर का मानना है आंद्रे रसेल के पास मैच को जिताने का बहुत ही बेहतरीन मौका था जिसको गंवाने के बाद वे जरूर निराश होंगे। गौतम गंभीर ने आंद्रे रसेल के आउट होने के समय को गलत बताया है। बता दे रसेल जब आउट हुए तो उनका साथ क्रीज में दिनेश कार्तिक दे रहे थे जो कि अच्छी पारी खेलते हुए दिखाई दे रहे थे। मुंबई के वानखेड़े स्टेडियम में हुए इस मुकाबले में रसेल ने 21 गेंदों पर ही अपना अर्धशतक पूरा कर लिया था जिसके चलते केकेआर की टीम 5 विकेट पर 31 रनों से 112 रनों तक पहुंच गई। इसके बाद आंद्रे रसेल अजीबोगरीब तरीके से आउट हुए क्योंकि सेम करन की वह गेंद लेग स्टंप पर फेंकी गई थी। बल्लेबाज ने इसको छोड़ने का फैसला किया लेकिन बॉल टारगेट पर थी और रसेल का लेग स्टंप बिखर गया।
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रसेल को फंसाने के लिए सीएसके ने बनाया प्लान-
गौतम गंभीर ने इस आउट के पीछे चेन्नई सुपर किंग्स को क्रेडिट दिया है कि उन्होंने रसेल को आउट करने में अच्छी तरीके से अपनी योजना बनाई। गौतम गंभीर ने ईएसपीएन क्रिकइंफो से बात करते हुए बताया, "मुझे लगता है यह एक किस्म का जुआं था। मैंने सोचा कि यह एक बेहतरीन सोच है क्योंकि पूरी फील्डिंग उसी तरीके से सेट थी कि जैसे गेंदबाज ऑफ स्टंप के बाहर गेंदबाजी करेगा और आंद्रे रसेल भी शायद इसी के लिए तैयार थे क्योंकि शार्दुल ठाकुर गेंद को ऑफ स्टंप पर रख रहे थे और वह भी फुल लेंथ गेंद फेंक रहे थे। ऐसे में जब आंद्रे रसेल के लेग स्टंप पर आक्रमण किया गया तो वहां पर बल्लेबाज ने खुद को अजीबोगरीब स्थिति में पाया। उसने गेंद को छोड़ दिया क्योंकि वह इसके लिए तैयार तक नहीं था।"
गंभीर ने कहा- रसेल को जरूर पछतावा हो रहा होगा
गौतम गंभीर आगे कहते हैं कि आंद्रे रसेल आउट होने के बाद डग आउट में बैठे होंगे तो उनको जरूर पछतावा हो रहा होगा कि अगर वह कुछ ओवर टिक जाते तो उनके बल्ले से शतक भी निकलता और कोलकाता को जीत भी मिलती। गौतम गंभीर खुद कोलकाता नाइट राइडर्स के कप्तान रह चुके हैं जिन्होंने इस टीम को 2012 और 2014 में दो बार आईपीएल खिताब जिताया है। गंभीर ने कोलकाता की हार पर आगे बात करते हुए कहा, "रसेल ने पहले ही ओवर में 24 रन उड़ा दिए थे और मुझे पूरा यकीन है जब वे ड्रेसिंग रूम में गए होंगे तो निश्चित तौर पर सोच रहे होंगे कि उन्होंने स्वर्णिम अवसर गंवा दिया और वे शतक लगा सकते थे, साथ ही अपनी टीम को मैच भी जीता सकते थे।"
गौतम गंभीर आगे कहते हैं आपको इस तरह के मौके बार-बार नहीं मिलते क्योंकि आप वानखेड़े स्टेडियम में बहुत ज्यादा नहीं खेलते हो। आंद्रे रसेल गेंद को उड़ा रहे उड़ा रहे थे। मुझे पूरा यकीन है उनको काफी पछतावा हो रहा होगा। अगर वह आउट करने वाली गेंद पर केवल डिफेंड भी कर देते तो भी केकेआर शायद मैच जीत जाता।