नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम में खराब प्रदर्शन कर आलोचनाओं का शिकार होने वाले बल्लेबाज लोकेश राहुल ने घरेलू क्रिकेट के जरिए लय फिर से हासिल करने के संकेत दे दिए हैं। राहुल ने विजय हजारे ट्राॅफी के राउंड 4 में शनिवार को कर्नाटक के लिए खेलते हुए केरला के खिलाफ शानदार शतक ठोका। राहुल ने ओपनिंग करते हुए 122 गेंदों में 131 रनों की पारी खेली, जिसमें 10 चाैके और 4 छक्के शामिल रहे। राहुल ने ना सिर्फ बल्ले से काम दिखाया बल्कि उनकी बदाैलत टीम को जीत भी मिली।
बेंगलुरू के चिन्नास्वामी स्टेडियम में हुए इस मुकाबले में केरला ने टाॅस जीतकर पहले गेंदबाजी करने का फैसला लिया। कर्नाटक के लिए राहुल के साथ देवदत्त पडिक्कल ओपनिंग करने आए, लेकिन देवदत्त महज 2 रन बनाकर ही चलते बने। तीसरे नंबर पर आए कृष्णमूर्ति सिद्धार्थ भी 7 रन बनाकर सस्ते में चलते बने, पर दूसरी ओर राहुल क्रीज पर जमे हुए थे। उन्हें पांचवें विकेट के लिए कप्तान मनीष पांडे का सहारा मिला। दोनों के बीच 84 रनों की साझेदारी हुई। मनीष ने 50 रन बनाए। लेकिन बासिल थंपी और केएम आसिफ की शानदार गेंदबाजी के आगे कर्नाटक टीम 294 पर आलआउट हो गई। इन दोनों गेंदबाजों ने 3-3 विकेट लिए।
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जवाब में केरला टीम के लिए भी ओपनिंग करने आए विपुन मनोहरन बिना गेंद खेले आउट हो गए, लेकिन ओपनर विष्णु विनोद ने 104 रनों की पारी खेली। हालांकि उनका शतक टीम को जीत नहीं दिला सका। संजू सैमसन ने भी केरला के लिए 67 रन बनाए, लेकिन इन दोनों बल्लेबाजों के अलावा केरला के लिए कोई भी बड़ी पारी नहीं खेल सका। कर्नाटक की शानदार गेंदबाजी के आगे केरला 234 रनों पर ही ढेर हो गया। कर्नाटक ने इस मुकाबले में 60 रनों से बाजी मार ली। कर्नाटक के लिए रोनित मोरे ने 3, जबकि अभिमन्यु मिथुन ने 2 विकेट लिए।