नई दिल्ली: इस समय क्रिकेट में जो स्थिति विराट कोहली की है ऐसा ही कुछ समय ऑस्ट्रेलिया के कप्तान रिकी पोंटिंग ने भी देखा है। पोंटिंग की कदकाठी और उनकी कप्तानी आक्रामकता के साथ बल्लेबाजी में निरंतरता कुछ ऐसी ही थी। ऑस्ट्रेलिया का इस पूर्व कप्तान को कंगारू क्रिकेट इतिहास के सबसे महान बल्लेबाजों में से एक गिना जाता है। वे ऑस्ट्रेलिया के सबसे सफल कप्तानों में भी शुमार हैं।
रिकी पोंटिंग को अक्सर उनके टीम के साथी 'पंटर' निकनेम से पुकारते थे जो आज भी उनका निकनेम है। पोंटिंग का यह नाम कैसा पड़ा इसके पीछे का खुलासा हुआ है।
ऑस्ट्रेलिया टीम के पूर्व कप्तान ने सोमवार को कहा, यह उनकी टीम के साथी और स्पिन जादूगर शेन वार्न थे, जिन्होंने रिकी पोंटिंग को डॉग रेस में दांव लगाने के लिए "पंटर" उपनाम दिया था।
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पोंटिंग ने सोशल मीडिया पर बताया, "जब हम 1990 में क्रिकेट अकादमी में रह रहे थे, तब हमें 40 डॉलर का भुगतान किया जा रहा था। मैं टीएबी में डॉग्स पर दांव लगाता था और इसलिए शेन वार्न ने मेरा यह निकनेम रख दिया।" पोंटिंग से यह सवाल जिज्ञासा में एक ट्वीटर यूजर ने पूछा था जिसका उन्होंने जवाब दिया।
पोंटिंग सबसे महान बल्लेबाजों और कप्तानों में से एक हैं जिन्होंने क्रिकेट खेला है। वह टेस्ट और वनडे दोनों में ऑस्ट्रेलिया के लिए सबसे अधिक रन बनाने वाले खिलाड़ी हैं, जिन्होंने 168 टेस्ट मैचों में 13378 रन बनाए और 1995 से 2012 के बीच 375 एकदिवसीय मैचों में 13704 रन बनाए।
उन्होंने 17 टी 20 अंतरराष्ट्रीय मैच भी खेले और 401 रन बनाए जिसमें उनका सर्वाधिक स्कोर 98 रन था। मौजूदा दौर में रिकी पोंटिंग इंडियन प्रीमियर लीग में दिल्ली कैपिटल्स के हेड कोच पर तौर पर भी काम कर रहे हैं।