मैच के बाद बोले कोहली-
मैच के बाद कोहली का कहना टीम की जीत से बेहद संतुष्ट दिखाई दिए। उन्होंने जिस अंदाज में टीम खेली उसको कमाल बताया है। कोहली ने कहा, 'पूरी टीम पर गर्व महसूस हो रहा है। यहां तक कि जब हम विदेशों में खेलते हैं तो भी हम हर खेल में प्रतिस्पर्धा करते थे, हम जीतना चाहते थे और कठिन काम करते थे। यह सब दिमाग से शुरू होता है। टीम की मानसिकता को देखना आश्चर्यजनक है, यह हमारे लिए शानदार सीरीज रही है। दुनिया में सबसे अच्छी टीम होने के लिए, आपको हर विभाग में बेस्ट होने की आवश्यकता है। स्पिन हमेशा एक ताकत थी, बल्लेबाजी हमारे लिए कभी समस्या नहीं थी। तेज गेंदबाजी बहुत अच्छी थी और फिर युवा गेंदबाज सामने आए। ईशांत एकमात्र अनुभवी गेंदबाज थे।'
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'हम दुनिया में कहीं भी जीत सकते हैं'
कोहली ने आगे कहा, 'फील्डर्स ने कड़ी मेहनत करनी शुरू कर दी। पकड़ने के साथ ही शानदार रहा है। जब आप इस तरह से काम करते हैं तो यह देखना बहुत अच्छा होता है। बहुत अधिक अनुभव नहीं होने के बावजूद भी, हम मानते हैं कि हम दुनिया में कहीं भी जीत सकते हैं। हम कहीं भी जीत सकते हैं चाहे वह इंग्लैंड, ऑस्ट्रेलिया, दक्षिण अफ्रीका हो, अच्छी चीजें होने जा रही है। इसके साथ ही कोहली ने भारत आने वाले विदेशी टीमों को लेकर भी एक सुझाव दिया है। कोहली ने कहा है कि हमारे पास 5 मजबूत केंद्र होने चाहिए जहां पर आकर विदेशी टीमें खेल सके। टेस्ट मैचों में जब टीम भारत आती है तो उनको पता होना चाहिए कि वे इन 5 केंद्रों में खेलने जा रही हैं, यहां पर पिचें ऐसी हैं और भीढ़ ऐसी होगी।
टेस्ट क्रिकेट के लिए सुझाव-
कोहली ने कहा कि ऐसा नहीं हो सकता कि आप कई जगह फैलकर क्रिकेट खेलों। भारतीय कप्तान विराट कोहली इस सीरीज में सबसे ज्यादा रन बनाने वाले तीसरे बल्लेबाज रहे। उन्होंने 3 मैचों की 4 पारियों में एक दोहरे शतक के साथ 317 रन बनाए जिसमे उनका औसत 158 का रहा जो पूरी सीरीज में किसी भी बल्लेबाज में सबसे ज्यादा है। कोहली ने 74.94 के स्ट्राइक रेट से रन बनाए जो रोहित के स्ट्राइक रेट से कुछ ही कम है। रोहित ने पुणे टेस्ट की पहली पारी में 336 गेंदों पर 254 रनों की पारी खेली थी और वे नाबाद लौटे थे। इस मैच में कोहली को प्लेयर ऑफ द मैच का अवार्ड भी दिया गया था।