कोहली ने कही ये बात
भारतीय कप्तान ने कहा, ''पुलवामा हमले की घटना दुखद थी। हमले में मारे गए शहीदों के परिवारों के प्रति मेरी और टीम की संवेदनाएं हैं। हम देश के साथ हैं, जो देश चाहता है उसके साथ हैं, जो बीसीसीआई करेगा उसके साथ हैं। हम वहीं करेंगे जो भारत सरकार और बीसीसीआई का पाकिस्तान के खिलाफ मैच पर होगा। हम उसका सम्मान करेंगे।'' हमले के बाद से दोनों देशों के रिश्ते निचले स्तर पर पहुंच गए हैं। ऐसे में पाकिस्तान के साथ हर तरह के संबंध को खत्म करने की मांग हो रही है। साथ ही विश्वकप में पाकिस्तान के खिलाफ 16 जून को मैनचेस्टर में खेले जाने वाले मुकाबले का बायकॉट करने की मांग तेज हो चली है।
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शास्त्री भी कह चुके ये बात
इससे पहले कोच रवि शास्त्री ने इस मामले पर कहा था कि यह पूरी तरह से बीसीसीआई और सरकार पर छोड़ दिया गया है। उन्हें पता है कि वास्तव में क्या हो रहा है और वे मुझे फोन करके बताएंगे। यह पूछे जाने पर कि क्या सरकार पूरे विश्व कप का बहिष्कार करेगी तो शास्त्री ने कहाकि यदि सरकार कहती है कि यह संवेदनशील है तो आपको वर्ल्ड कप खेलने की आवश्यकता नहीं है, मैं अपनी सरकार के फैसले का साथ दूंगा।
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आतंकी हमले के बाद हुआ मैच का विरोध
जानकारी के लिए बता दें कि जम्मू-कश्मीर के पुलवामा में 14 फरवरी को आत्मघाती में सीआरपीएफ के 40 जवान शहीद हो गए थे। पुलवामा जिले में श्रीनगर-जम्मू राजमार्ग पर अपनी विस्फोटकों से भरी एसयूवी सीआरपीएफ की बस से टकरा विस्फोट कर दिया। हमले की जिम्मेदारी जैश-ए-मुहम्मद ने ली जो पाकिस्तान की छाया में बैठा है। इसी कारण देशभर में पाकिस्तान का विरोध हो रहा है। बीसीसीआई ने आईसीसी से भी अपील की थी कि वह उस देश से नहीं खेलेगा जो आतंक फैलाता हो। वहीं हरभजन सिंह, साैरव गांगुली भी इस मैच का विरोध कर रहे हैं।