यूएई के क्रिकेटर का भारतीय टीम से खेलने का सपना-
मुखर्जी यूएई का प्रतिनिधित्व करते हैं लेकिन उनका सपना भारतीय क्रिकेट टीम के लिए खेलना का है। यह युवा गेंदबाज मौजूदा अंडर-19 विश्व कप में मिली सफलता के बाद घर वापस लौट आया है। उन्होंने इस प्रतियोगिता के 3 मैचों में 6 विकेट चटकाए हैं। हालांकि उनकी टीम को एक भी मैच में जीत नहीं मिल सकी लेकिन मुखर्जी का प्रदर्शन प्रभावित करने वाला था। अब मुखर्जी ने भारत के लिए खेलने की इच्छा जाहिर की है जो निश्चित तौर पर उनके लिए बहुत बड़ी चुनौती साबित होने वाली है। 18 साल के इस प्रतिभाशाली युवा की नजरें फिलहाल अगले साल जनवरी में, दक्षिण अफ्रीका में होने वाले अंडर-19 विश्व कप पर टिकी हैं।
अंडर-19 विश्व कप के बाद भारत आना चाहते हैं-
इस दौरान उन्होंने भारतीय टीम के लिए खेलने की इच्छा जाहिर करते हुए बताया, 'भारत के लिए खेलना मेरा सपना है। मेरी इच्छा है कि मैं अंडर-19 विश्व कप के बाद वापस कोलकाता चला जाऊं और बंगाल की टीम के फर्स्ट डिवीजन क्लब में शामिल होने की कोशिश करूं।' उन्होंने यह बात टाइम्स ऑफ इंडिया के साथ हुई बातचीत के दौरान कही। मुखर्जी केवल 5 साल की उम्र में ही दुबई चले गए थे और वही से उन्होंने क्रिकेट शुरू किया। उनके पिता भी प्रोफेशनल क्रिकेटर थे। अब वे चाहते हैं कि उनका बेटा उनके सपने को पूरा करे। पिछले ही साल मुखर्जी ने अपने प्रदर्शन के चलते दुबई में इंटर अकादमी लीग में प्रभावित किया जिसके चलते उनको नेशनल कैंप का टिकट मिल गया। जिसके बाद उनका ट्रायल हुआ जिसमें उन्होंने केवल 2 मैचों में 9 विकेट लिए। इसके बाद उनकी सीधी एंट्री यूएई की नेशनल टीम में हो गई।
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नाथन लियोन को मानते हैं आदर्श-
यूएई की अंडर-19 टीम की ओर से खेलते हुए उन्होंने 8 मैचों में 15 विकेट चटकाए हैं। अपने कौशल से सभी को प्रभावित करने वाला ये गेंदबाज ऑस्ट्रेलियाई दिग्गज नाथन लियोन का मुरीद है और उनको अपना आदर्श मानता है। उनका कहना है- 'मैं गेंदबाजी में विविधता का बहुत बड़ा फैन नहीं हूं, व्यक्तिगत रूप से मुझे लगता है कि ऑफ स्पिन गेंद कई तरीकों से फेंकी जा सकती है और इसको नाथन लियोन सर्वश्रेष्ठ तरीके से करते हैं।'