वनडे सीरीज में फ्लॉप हुए कुलदीप
पुणे में खेले गए दूसरे वनडे में कुलदीप यादव एक ओवर में 20 रन दिए, उनके ओवर में स्टोक्स ने लगातार तीन छक्के लगाए। खुद यादव ने इस बात को स्वीकार किया है कि उनकी गेंदबाजी अच्छी नहीं रही लेकिन भविष्य को लेकर बहुत ज्यादा चिंतित नहीं हैं। कुलदीप यादव ने कहा कि अगर आप लगातार खेल रहे है तो आपको लेंथ जल्दी समझ आती है और अंदाजा लगा सकते हैं कि आपको किस लेंथ पर गेंदबाजी करनी है। लेकिन जब आप रुक-रुक कर खेलते हैं तो आप कभी-कभी थोड़ी शॉर्ट लेंथ पर गेंदबाजी करते हैं, अगर मैं अपनी लेंथ पर कड़ी मेहनत करूं तो यह मुझे गेंदबाजी में मदद करेगी।
स्पिनर को मदद नहीं मिल रही थी
कुलदीप यादव ने कहा कि पहला मैच मेरे लिए बहुत ही अहम था क्योंकि मैं बहुत ही लंबे समय के बाद खेल रहा था। मैं लय हासिल नहीं कर सका। अगर मैं लगातार खेल रहा होता तो यह दिक्कत नहीं होती। पहले ओवर में 13 रन देने के बाद मैंने अच्छी वापसी की थी। दूसरे मैच में मैंने अच्छी गेंदबाजी की थी, लेकिन पिच में स्पिन को कोई मदद नहीं मिल रही थी तो मनमाफिक नतीजे नहीं मिले। फ्लैट पिच पर लेंथ बहुत जरूरी होती है, वनडे में स्पिन गेंदबाजों को काफी मुश्किल हुई, हर किसी ने रन खर्च किए।
स्किल को बेहतर कर रहा
कुलदीप यादव के आलोचकों का कहना था कि बल्लेबाजों ने उन्हें भांप लिया है और आसानी से रन बना रहे हैं। लेकिन कुलदीप का कहना है कि मैं इन बातों पर ध्यान नहीं देता हूं, यह जरूरी है कि आप अपनी स्किल को बेहतर करें और ज्यादा से ज्यादा सटीक गेंदबाजी करने की कोशिश करें। अगर आप लगातार खेल रहे हैं तो बल्लेबाज आपको समझने लगते हैं। ऐसे में बतौर गेंदबाज आपको अपनी स्किल को बेहतर करने की जरूरत है। यही वजह है मैं हर बार अपने खेल में बदलाव की कोशिश करता हूं।