जडेजा और कुलचा में चुनना में हमेशा मुश्किल- यादव
अब हालांकि स्थिति अलग है और कुलदीप यादव टीम की प्लेइंग इलेवन में जगह भी नहीं बना पाते हैं। हाल ही में यजुवेंद्र चहल ने इस बात पर रोशनी डाली थी कि रविंद्र जडेजा की एकदिवसीय अंतरराष्ट्रीय मुकाबलों में वापसी के चलते कुलदीप यादव और चहल की जोड़ी अब टीम में जगह नहीं बना पाती है क्योंकि संयोजन उस हिसाब से नहीं फिट बैठता है। चहल की इस बात से कुलदीप यादव ने इत्तेफाक जताया है। वेबसाइट क्रिकट्रैकर को दिए एक इंटरव्यू में उन्होंने कहा, "हां, टीम संयोजन काफी महत्वपूर्ण है और मुझे व्यक्तिगत तौर पर लगता है कि जडेजा बल्लेबाजी में काफी गहराई लेकर आते हैं। वह गेंद और बल्ले दोनों से योगदान देते हैं। इसलिए मुझे इसलिए जडेजा और हममें से किसी को चुनना बहुत ही मुश्किल होता है।"
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कुलदीप ने कहा, मुझे अधिक मैच खेलने चाहिए थे
पिछले 2 सालों में अपनी खराब परफॉर्मेंस के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा कि वह व्यक्तिगत तौर पर यह महसूस करते हैं कि उनको और अधिक मैच खेलने चाहिए थे क्योंकि इसी के चलते ही आपकी लय और आत्मविश्वास दोनों बना रहता है। जब आप लगातार खेलते हो तो आप हमेशा ऊंचे विश्वास के साथ खेलते हो लेकिन पिछले दो साल थोड़े दिक्कत भरे रहे हैं। कुलदीप आगे कहते हैं, "मुझे टीम के संयोजन के चलते मौका नहीं मिला और कई बार आपको अपने स्थान का बलिदान देना पड़ता है। हालांकि कुछ मैच मेरे पक्ष में नहीं गए लेकिन आपको हमेशा मेहनत करनी होगी और अपनी लय को बरकरार रखना होगा क्योंकि आपका टाइम कभी भी आएगा।"
'कोहली और शास्त्री दोनों करते हैं सपोर्ट'
हालांकि वे मानते हैं कि टीम मैनेजमेंट उनके लिए काफी सपोर्ट भरा रहा है। चाहे वे विराट कोहली हो या फिर रवि शास्त्री, वे लगातार कुलदीप यादव के सपोर्ट में रहते हैं। कुलदीप युवाओं के लिए बताते हैं कि इस तरह के तनाव और दबाव से उबरने के लिए आपको अपने बचपन के कोच से बात करनी चाहिए। इसके अलावा लगातार कठिन मेहनत करनी चाहिए। चीजों के बारे में शिकायत करने की जगह सकारात्मक रहना जरूरी है।
कुलदीप यादव श्रीलंका के खिलाफ आने वाले टूर के लिए तैयारियां कर रहे हैं जिसके लिए उन्होंने कहा है कि लॉकडाउन के चलते वे बाहर तो जाकर प्रैक्टिस नहीं कर पाते लेकिन घर में ही उन्होंने जिम बनाया हुआ है जहां पर वे कड़ी मेहनत करते हैं और थोड़ी बहुत सैडो बॉलिंग भी कर लेते हैं।