मैदान पर खलती है धोनी की कमी
ईएसपीएन क्रिकइंफो के कार्यक्रम क्रिकेटबाजी में शिरकत करते हुये कुलदीप यादव ने पूर्व खिलाड़ी और दिग्गज कॉमेंटेटर दीप दासगुप्ता से बात की और बतायी कि कैसे उन्हें मैदान पर धोनी की कमी महसूस होती है। कुलदीप ने बताया कि विकेट के पीछे धोनी के होने से गेंदबाजों को काफी मदद मिलती थी।
उन्होंने कहा ,' मैने जब करियर की शुरूआत की तो मैं पिच को भांप नहीं पाता था। धोनी के साथ खेलने के बाद मैने वह सीखा। वह बताते थे कि गेंद को कहां स्पिन कराना है। वह फील्ड जमाने में भी माहिर थे। उन्हें पता होता था कि बल्लेबाज कहां शॉट खेलेगा और उसी के हिसाब से फील्ड लगाते थे। इससे मुझे अधिक आत्मविश्वास के साथ गेंदबाजी में मदद मिली। जब से वह वनडे क्रिकेट नहीं खेल रहे हैं, यह भी चला गया।'
इन दो बल्लेबाजों को रोक पाना है मुश्किल
इस दौरान कुलदीप यादव ने अपने करियर के सबसे मुश्किल बल्लेबाजों का नाम भी बताया जिनके बल्लों पर अंकुश लगाना मुश्किल हो जाता है। उन्होंने ऑस्ट्रेलिया के स्टीव स्मिथ और दक्षिण अफ्रीका के एबी डिविलियर्स का नाम लेते हुए कहा कि इन खिलाड़ियों में अनूठी क्षमतायें हैं जो कि उनके बल्लों को रोक पाना मुश्किल कर देती हैं।
उन्होंने कहा ,' स्मिथ ज्यादातर बैकफुट पर खेलते हैं और काफी देर से भी खेलते हैं लिहाजा उन्हें गेंद डालना चुनौतीपूर्ण होता है। वनडे में एबी डिविलियर्स बेहतरीन खिलाड़ी हैं। उनका अलग ही अंदाज है। अब वह खेल को अलविदा कह चुके हैं जो अच्छी बात है। इनके अलावा मुझे और किसी बल्लेबाज से उतना डर नहीं लगा।'
आईपीएल के प्रदर्शन से खराब हुआ प्रदर्शन
अपने खराब पर बात करते हुए कुलदीप यादव ने कहा कि पिछले साल उनके तरकश में कुछ कम तीर थे और लगातार टीम से अंदर-बाहर होने की वजह से आत्म-विश्वास पर फर्क पड़ा, जिसका असर उनके प्रदर्शन पर देखने को मिला।
उन्होंने कहा ,' मैने विश्व कप 2019 के लिये जाने से पहले काफी तैयारी थी लेकिन मैं आईपीएल की विफलता से उबरना चाहता था। मैने ज्यादा विकेट नहीं लिये लेकिन विश्व कप में अच्छी गेंदबाजी की। उसके बाद से मैं टीम में भीतर बाहर होता रहा। लगातार नहीं खेलने पर आप दबाव में आ जाते हैं और आत्मविश्वास भी हिल जाता है। मेरे कौशल में भी कुछ कमी रह गई थी।'
चहल के साथ जुगलबंदी का है यह कारण
इस इंटरव्यू के दौरान कुलदीप यादव ने मैदान पर अपने साथ स्पिनर युजवेंद्र चहल के साथ शानदार केमिस्ट्री पर भी बात की और कहा कि दोनों खिलाड़ियों के बीच खास रिश्ता है, यही कारण है कि दोनों खिलाड़ी मैदान के अंदर और बाहर एक दूसरे की राय काफी तवज्जो देते हैं।
उन्होंने कहा ,' उसने हमेशा मेरा ध्यान रखा है। एक बड़े भाई की तरह। इतने सारे मैच खेलने के बाद भी मैदान के बाहर भी वह मुझे क्रिकेट और क्रिकेट से इतर सलाह देता है। यह तालमेल मैदान पर भी नजर आता है। हमारे बीच कभी प्रतिस्पर्धा नहीं रही। पिछले साल भी हम में से एक को ही मौका मिलता रहा है। हमने तालमेल में हमेशा अच्छी गेंदबाजी की और विकेट के पीछे महेंद्र सिंह धोनी के होने से काफी मदद मिलती थी।'