पंत ने प्रतिभा के साथ अभी न्याय नहीं किया-
पंत की तरह से बाएं हाथ के विस्फोटक बल्लेबाज रहे क्लूजनर का मानना है कि पंत जैसी बेहतरीन प्रतिभा के धनी खिलाड़ी को खुद के बजाय अन्य की गलतियों से सीख लेनी चाहिए ताकि वे निकट भविष्य में भारत के लिए और अधिक निरंतर प्रदर्शन कर सकें। क्लूजनर को लगता है कि पंत की काबिलियत देखते हुए वनडे में 22.90 और टी20 में 21.57 का औसत अच्छा नहीं है और ये पंत की प्रतिभा के साथ न्याय नहीं करता है।
'दूसरों की गलती से सीखें पंत'
48 साल के क्लूजनर ने आगे इस बारे में बात करते हुए पीटीआई से बताया- ‘‘मेरे लिए ये बताना काफी मुश्किल होगा लेकिन उसके जैसा (पंत) बेहतरीन खिलाड़ी खुद से आगे बढ़ने की कोशिश करता है।''क्लूजनर जब दिल्ली की सफेद गेंद वाली सीनियर टीम के सलाहकार थे, तब उन्हें पंत के खेल को देखने का मौका मिला। दक्षिण अफ्रीका के लिए 49 टेस्ट और 171 वनडे मैच खेलने वाले लांस ने कहा, ‘‘उसे खुद को थोड़ा समय देना चाहिए और यह थोड़ा सा समय उसे अपनी प्रतिभा दिखाने का मौका प्रदान करेगा।''
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धोनी के बाद पंत का होना भारत के लिए अच्छी बात-
आम जीवन की तरह से खेल जगत में लोग सोचते हैं कि खिलाड़ी अधिकतर चीजें अपनी गलतियों से सीखते हैं लेकिन क्लूजनर का मानना है कि अगर खिलाड़ी दूसरों की गलतियों से सीख लेता है तो ये काफी फायदेमंद साबित होगा। उन्होंने कहा, 'अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में जो चीज आपको आगे ले जाती है, वो है खुद गलतियां किए बिना दूसरों की गलतियों से सीख लो। आप अपनी गलतियों से भी सीख सकते हो लेकिन गलती को महसूस करने, उसे सही करके बेहतर खिलाड़ी बनने में काफी समय लगता है। अगर आप अन्य खिलाड़ी को गलती करते हुए देखते हो तो आप तेजी से सीखोगे और तेजी से सुधार करोगे।' क्लूजनर इस बात से काफी प्रभावित दिखाई दिए कि धोनी के करियर की ढलान पर भारत के पास पंत जैसी प्रतिभा है।