कोलंबो। अब अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट मैच में आपको लसिथ मलिंगा की याॅर्कर का जादू बिखरता हुआ नहीं दिखेगा, क्योंकि इस तेज गेंदबाज ने मंगलवार को संन्यास की घोषणा कर दी है। 38 साल के मलिंगा का करियर बेहद शानदार रहा है। इस दाैरान उन्होंने दुनिया के बड़े-बड़े बल्लेबाजों को घुटने टेकने पर मजबूर किया है। याॅर्कर फेंकने का क्रेज सबसे ज्यादा मलिंगा में ही देखने को मिला है। वो ऐसे गेंदबाज रहे जो ओवर की 6 गेंदों को याॅर्कर के रूप में फेंकने का दम रखते थे। आईपीएल के दाैरान ऐसा कई बार देखने को मिला। मलिगा से परेशान सिर्फ विरोधी टीम के बल्लेबाज ही नहीं, बल्कि श्रीलंकाई बल्लेबाज भी उनका सामना करने से डरते थे।
मलिंगा ने बहुत ही जल्दी श्रीलंका क्रिकेट बोर्ड को अपना दिवाना बना लिया था। इसकी झलक उन्होंने 17 साल की उम्र में फर्स्ट क्लास क्रिकेट में डेब्यू करने के बाद दिखा दी थी। साल 2001 में मलिंगा को नेट प्रैक्टिस के लिए टीम के साथ जोड़ा गया। यहां मलिंगा ने तेज गेंदों से श्रीलंकाई बल्लेबाजों को परेशान किया। यहां कि उन्हें खेलने से भी बल्लेबाजों ने इंकार कर दिया था। श्रीलंका के महानतम बल्लेबाजों में से एक अरविंद डी सिल्वा भी, उनमें से एक थे। मलिंगा के नाम 84 फर्स्ट क्लास मैचों में 257 विकेट दर्ज हैं। लिस्ट ए क्रिकेट में उनके नाम 291 मैचों में 446 विकेट हैं।
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दर्ज कर चुके हैं खास रिकाॅर्ड
मलिंगा ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी धाक जमाते हुए कई खास रिकाॅर्ड कायम किए हैं। उन्होंने 1 जुलाई 2004 को टेस्ट डेब्यू करने का माैका मिला, जहां उन्होंने 6 विकेट लेकर अपनी जगह बना ली। इसके बाद मलिंगा नहीं रूके और उन्होंने 30 टेस्ट में 101 विकेट अपने नाम किए। वहीं 226 वनडे मैचों में 338 व 83 टी20 मैचों में 107 विकेट लिए हैं। मलिंगा वनडे क्रिकेट में 3 बार हैट्रिक पूरी करने वाले दुनिया के इकलाैते गेंदबाज हैं। मलिंगा ने 2007 के विश्व कप में साउथ अफ्रीका के खिलाफ वनडे करियर की पहली हैट्रिक पूरी की थी। फिर विश्व कप 2011 में केन्या के खिलाफ दूसरी और तीसरी हैट्रिक 2012 में कोलंबों में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ पूरी की थी। इसके अलावा वह आईपीएल में अबतक सबसे ज्यादा विकेट हासिल करने वाले गेंदबाज हैं। मलिंगा ने 122 मैचों में 170 विकेट हासिल किए हैं।
यही नहीं, मलिंगा ने 4 गेंदों में लगातार 4 विकेट भी हासिल किए हैं। उन्होंने साल 2007 विश्व कप में साउथ अफ्रीका के खिलाफ उपलब्धि हासिल की थी। एक समय में अफ्रीका जीत के करीब थी और स्कोर 45.4 ओवर में 206/5 था। लेकिन अगली 2 गेंदों में 2 विकेट हासिल कर मलिंगा ने टीम की वापसी करवाई। जब वह 47वें ओवर में फिर से गेंदबाजी करने आए तो उन्होंने शुरुआती दो गेंदों में और दो विकेट निकाल लिए।