नई दिल्ली: दक्षिण अफ्रीका के तेज गेंदबाज वर्नोन फिलेंडर ने इंग्लैंड के खिलाफ सीरीज के चौथे टेस्ट के बाद अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को विदाई दे दी है। दक्षिण अफ्रीका के मौजूदा सबसे अनुभवी टेस्ट गेंदबाज फिलेंडर की विदाई फीकी साबित हुई क्योंकि उनकी टीम यह मुकाबला भी हार गई और इंग्लैंड ने चार मैचों की टेस्ट सीरीज को 3-1 से अपने नाम कर लिया।
34 साल के फिलेंडर ने इस मैच से पहले 2011 में अपनी शुरुआत से लेकर अब तक तीनों प्रारूप में कुल 97 मैच खेले और 261 विकेट लिए। उनका टेस्ट रिकॉर्ड शानदार रहा जिसमें वे ऑलराउंडर की भूमिका में नजर आए। उन्होंने 64 टेस्ट मैचों में 224 विकेट लिए जिसमें उनका औसत 22.32 रहा। जबकि उन्होंने 1779 रन भी बनाए और उनका औसत 24.05 का रहा।
ENG vs SA: इंग्लैंड ने 191 रनों से जीता चौथा टेस्ट, 3-1 से नाम की सीरीज
फिलेंडर प्रोटियाज तिकड़ी के अंतिम गेंदबाज थे जिसमें डेल स्टेन और मोर्नी मार्केल पहले ही विदाई ले चुके हैं। स्टेन ने जहां 400 से ज्यादा टेस्ट विकेट लिए तो वहीं मार्केल ने भी 300 से ज्यादा विकेट लिए थे। फिलेंडर, अपने विदाई टेस्ट में, यानी चार मैचों की श्रृंखला के आखिरी मैच में वे वह दक्षिण अफ्रीका को जीतने में मदद नहीं कर सके क्योंकि मेजबान टीम 191 रन से इंग्लैंड से हार गई।
मैच के बाद कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने फिलेंडर के लिए कहा-
"मैं प्रोटियाज टीम में अपनी सेवाओं के लिए वर्न को धन्यवाद देना चाहता हूं, यह टीम उनको काफी याद करेगी। हम आज रात ड्रेसिंग रूम में उनके साथ बैठेंगे और यादों में साझा करेंगे। कप्तान फाफ डु प्लेसिस ने कहा, "ये पिछले 10 सालों में आपका जबरदस्त प्रयास रहा है, और त्याग भी जो आपने किया।"
फिलेंडर के लिए यह याद रखने लायक टेस्ट नहीं था क्योंकि उन पर मैच फीस का 15 प्रतिशत जुर्माना लगाया गया था और उन्हें एक डिमेरिट अंक दिया था। वांडरर्स के चौथे टेस्ट के दूसरे दिन इंग्लैंड के जोस बटलर को आउट करने के बाद फिलेंडर को उनके जश्न के लिए दंड मिला।
बता दें कि फिलेंडर ने श्रृंखला की शुरुआत से पहले घोषणा की थी कि यह अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में उनका आखिरी मैच होगा। मैच में, उन्होंने पहली पारी में दो विकेट लिए और दूसरे में उन्होंने सिर्फ 1.3 ओवर गेंदबाजी की। फिलेंडर ने दोनों पारियों में 4 और 10 रन बनाए।