नई दिल्ली। क्रिकेट के लगभग 150 सालों के इतिहास में अब तक अनगिनत रिकॉर्ड बन चुके हैं और समय के साथ-साथ यह रिकॉर्ड टूटते भी रहते हैं, हालांकि आज भी उस खिलाड़ी की जगह कोई नहीं ले सकता जिसने सबसे पहले वो रिकॉर्ड बनाया हो। ऐसे ही एक रिकॉर्ड को बनाने वाले ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट टीम के दिग्गज एलन डेविडसन अब इस दुनिया में नहीं रहे। टेस्ट क्रिकेट के एक मैच में शतक लगाने और 10 विकेट चटकाने का दुर्लभ रिकॉर्ड सबसे पहले अपने नाम करने वाले इस हरफनमौला खिलाड़ी ने शनिवार (30 अक्टूबर) को 92 की उम्र में आखिरी सांस ली। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने एलन डेविडसन के निधन की पुष्टि की है।
न्यू साउथ वेल्स के लिये खेलने वाले इस हरफनमौला खिलाड़ी ने ऑस्ट्रेलिया के लिये 44 टेस्ट मैचों में शिरकत करते हुए अपनी लेफ्ट ऑर्म स्विंग गेंदबाजी के दम पर 186 विकेट चटकाये थे और बल्ले से 1328 रन भी अपने नाम किये थे। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट में उनके योगदान को ध्यान रखते हुए अंतर्राष्ट्रीय क्रिकेट काउंसिल ने उन्हें साल 2011 में हॉल ऑफ फेम से सम्मानित किया था।
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क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया के चेयरपर्सन रिचर्ड फ्रुडेन्सटाइन ने एक बयान जारी कर कहा,'एलन डेविडसन का गुजर जाना ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट और दुनिया भर के क्रिकेट प्रेमियों के लिये बेहद दुखदायी खबर है। ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिये एलन का कद काफी बड़ा था, वह न सिर्फ ऑस्ट्रेलिया और न्यू साउथ वेल्स की और से खेलने वाले सबसे शानदार खिलाड़ी थे बल्कि बतौर एडमिनिस्ट्रेटर, मेंटॉर और मददगार के रूप में भी उनका सकारात्मक प्रभाव इस खेल में देखने को मिलता है। एलन ने अपने जबरदस्त कौशल (स्किल) और असीम जुनून से क्रिकेट को अपनाया और इस खेल के बारे में जो कुछ भी महान हो सकता है उसे खुद जी कर दिखाया। वह हर उस खिलाड़ी के लिये आदर्श बने रहेंगे जो उनके नक्शेकदम पर चलना चाहेगा।'
गौरतलब है कि एलन डेविडसन ने ऑस्ट्रेलिया के लिये अपना टेस्ट डेब्यू 1953 की एशेज सीरीज के दौरान किया था और 1960 में वो एक टेस्ट मैच के दौरान 10 विकेट और 100 रन बनाने वाले पहले खिलाड़ी बने थे। डेविडसन ने 61 साल पहले ब्रिस्बेन के मैदान पर वेस्टइंडीज के खिलाफ खेले गये इस मैच में 124 रन (44 और 80) बनाये थे वहीं पर 11 विकेट (5/135 और 6/87) भी अपने नाम किये थे। हैरान करने वाली बात यह है कि इस मैच में जब ऑस्ट्रेलिया की टीम मुश्किल में घिरी हुई थी तो उन्होंने टूटी हुई उंगली के साथ मैच के आखिरी दिन 80 रनों की पारी खेली और टीम को हार से बचाते हुए ड्रॉ पर मैच को खत्म किया।
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आपको बता दें कि क्रिकेट से संन्यास का ऐलान करने के बाद डेविडसन ने ऑस्ट्रेलियाई टीम के टेस्ट चयनकर्ता के रूप में 5 साल (1979 से 1984) तक काम किया। उनकी याद में सिडनी क्रिकेट ग्राउंड के मेंबर्स पवेलियन (जहां पर वो 20 सालों तक बतौर ट्रस्टी काम कर रहे थे) में झंडे को आधा झुकाया गया। एश्ले मालेट के निधन के महज एक दिन बाद इस महान दिग्गज की मौत ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट के लिये बड़ा नुकसान है।