नयी दिल्ली। तेज गेंदबाज एस श्रीसंत को भले ही कोर्ट ने राहत दे दी हो, लेकिन बीसीसीआई से बड़ा झटका मिला है। आईपीएल फिक्सिंग मामले में दिल्ली की एक अदालत से आरोप से बरी कर दिया, लेकिन बीसीसीआई श्रीसंत पर आजीवन लगे बैन को हटाने के मूड में नहीं है।
बीसीसीआई ने स्पष्ट कर दिया कि वह कोर्ट द्वारा आईपीएल 2013 स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों से बरी किए जाने के बावजूद क्रिकेटरों पर से प्रतिबंध नहीं हटाएगा। आपको बता दें कि दिल्ली की पटियाला हाउस कोर्ट ने 2013 आईपीएल फिक्सिंग मामले में श्रीसंत, अंकित चव्हाण, अजित चंदीला समेत 36 आरोपियों को आईपीएल-6 में स्पॉट फिक्सिंग के आरोपों से बरी कर दिया था।
लेकिन आरोपों से बरी किए जाने के बावजूद बीसीसीआई के सचिव अनुराग ठाकुर ने साफ तौर पर कहा है कि बीसीसीआई भारत के पूर्व तेज गेंदबाज एस श्रीसंत और स्पिनर अंकित चव्हाण पर से आजीवन प्रतिबंध हटाने पर पुनर्विचार नहीं करेगा। उन्होंने कहा कि बीसीसीआई की अनुशासन समिति द्वारा लगाया गया प्रतिबंध जारी रहेगा। उन्होंने स्पष्ट किया, अनुशासनात्मक कार्रवाई अलग होती है और आपराधिक कार्रवाई अलग।