मुंबई: भारत की महिला क्रिकेटर वेदा कृष्णमूर्ति हालिया समय में बहुत ही मुश्किल दौर से गुजरी हैं क्योंकि उनकी मां और बहन का कोरोनावायरस की दूसरी लहर की चपेट में आने के बाद निधन हो गया था। इस सब घटनाक्रम के बीच भारतीय क्रिकेट कंट्रोल बोर्ड यानी बीसीसीआई की काफी आलोचना हुई कि उसने महिला क्रिकेटर से संपर्क करने की कोशिश नहीं की। इसके बाद यह माना गया कि बीसीसीआई महिला क्रिकेट को लेकर बहुत गंभीर नहीं है और उसका पूरा ध्यान आईपीएल 2021 और पुरुष टीम के इंग्लैंड दौरे व वर्ल्ड टेस्ट चैंपियनशिप के फाइनल पर है।
हालांकि वेदा कृष्णमूर्ति ने मंगलवार 18 मई को इन सब कयासों को दूर कर दिया जब उन्होंने एक ट्वीट के जरिए बताया कि बीसीसीआई के सचिव जय शाह ने उनसे संपर्क किया था और फोन के जरिए बोर्ड का पूरा सहयोग ऑफर किया था। वेदा कृष्णमूर्ति ने ट्वीट करते हुए कहा, "पिछला महीना मेरे और मेरे परिवार के लिए बहुत मुश्किल साबित हुआ और अब मैं और मैं बीसीसीआई व मिस्टर जय शाह सर का धन्यवाद अदा करना चाहूंगी जिन्होंने कुछ दिन पहले मुझे फोन किया और इस मुश्किल समय में पूरा सहयोग देने का ऑफर किया। इसके लिए बहुत धन्यवाद सर।"
ऑस्ट्रेलियाई कमेंटेटर ने कहा, भारत का हाल देख उसकी जिंदगी हमेशा के लिए बदल गई
आपको आपको बता दें कि आज पूर्व ऑस्ट्रेलिया क्रिकेटर और वर्तमान में कमेंटेटर लीजा स्टालेकर ने बीसीसीआई पर आरोप लगाया था कि उसने वेदा कृष्णमूर्ति से कांटेक्ट नहीं किया और उनको इस मुश्किल समय में बीच में ही छोड़ दिया। लीजा ने आरोप लगाते हुए कहा था, "वेदा कृष्णमूर्ति को आने वाली सीरीज में शामिल ना करना फिर भी न्याय संगत हो सकता है लेकिन मुझे सबसे ज्यादा गुस्सा इस बात पर आ रहा है कि वह एक अनुबंधित खिलाड़ी है और उससे कोई भी कांटेक्ट बीसीसीआई ने नहीं किया है जबकि वह इस समय बहुत मुश्किल समय से गुजर रही है।
"एक सच्ची एसोसिएशन अपने खिलाड़ियों को लेकर काफी चिंतित रहती है और उसका मकसद केवल खेल करवाने पर ही नहीं रहता यह बहुत निराशाजनक है।" इतना ही नहीं लीजा ने आगे कहा कि वे ऑस्ट्रेलियाई क्रिकेट एसोसिएशन की पूर्व प्लेयर रही हैं और जानती हैं कि भारत में खिलाड़ियों की एसोसिएशन बनाने का बिल्कुल सही टाइम है क्योंकि महामारी के दौर में खिलाड़ी कई तरह के इस दबाव, चिंता, भय और दुख से गुजर रहे हैं जिसके चलते उनका खेल प्रभावित हो सकता है। लीजा ने यह सब बातें ट्विटर पर कही थी