नई दिल्ली। कोलकाता के ईडन गार्डन स्टेडियम में घंटी बजाकर मैच की शुरूआत करवाई जाती है। बांग्लादे के खिलाफ 22 नवंबर को हुए डे-नाइट टेस्ट मैच की शुरूआत भी घंटी बजाकर की गई थी। हालांकि मैच के पहले दिन बांग्लादेश की प्रधानमंत्री शेख हसीना और बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने घंटी बजाने की परंपरा जारी रखी, लेकिन दूसरे दिन नॉर्वे के दिग्गज चेस खिलाड़ी मेग्नस कार्लसन को यह परंपरा जारी रखने के लिए बुलाया गया। कार्ससन ने घंटी तो बजाई लेकिन उनको ये सब सही नहीं लगा।
कार्लसन के साथ भारत के महान चेस खिलाड़ी विश्वनाथन आनंद भी माैजूद थे। घंटी बजाकर दूसरे दिन का खेल शुरू करने पर कार्लसन ने एक अंग्रेजी अखबार द हिंदू के साथ अपना अनुभव शेयर किया। उन्होंने कहा, "क्या हुआ, आनंद ने घंटी बजाई और मैं वहां खड़ा था और बेवकूफ लग रहा था। यह मेरे मैच का सारांश होगा। जब बात क्रिकेट की आती है तो मुझे बहुत कुछ सीखना है।" उन्होंने आगे पूछा, "मैच अभी भी जारी है या खत्म हो गया है?"
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इसके बाद उन्होंने पूछा, 'क्या यह मैच अभी भी जारी है या फिर खत्म हो गया?' कार्लसन को फिर बताया गया कि भारत ने यह मैच जीत लिया है। इसपर प्रतिक्रिया देते हुए उन्होंने आगे कहा, "तो अब वहां (मैच देखने) जाने का अब कोई चांस नहीं।" बता दें कि कार्लसन को क्रिकेट के बारे में कोई ज्यादा जानकारी नहीं है। वह इसमें ज्यादा दिलचस्पी नहीं रखते हैं। हालांकि बीसीसीआई अध्यक्ष साैरव गांगुली ने कार्लसन के साथ-साथ आनंद से भी मुलाकात की थी। भारत ने यह टेस्ट तीसरे ही दिन एक पारी और 46 रन से जीत लिया था।
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