नई दिल्ली। अक्सर हमने कहानियों में सुना है कि दो राज्य किसी राजकुमारी को लेकर युद्ध करते थे, उनके बीच झगड़ा का कारण होता था कि वो दोनों ही किसी राज्य की राजकुमारी को पाना चाहते हैं, लेकिन वो सब एक कहानी का हिस्सा होता था, जिसमें एक राजा जीत जाता था और एक हार, जो जीतता था राजकुमारी उसकी हो जाती थी।लेकिन मौजूदा समय में दो राज्य अपना -अपना पक्ष रखते और हक जमाते आपस में भिड़ गये है और जिसके लिए वो लड़ाई कर रहे हैं वो कोई राजकुमारी नहीं बल्कि टीम इंडिया के महाराज महेन्द्र सिंह धोनी है, जिसके लिए लड़ाई कर रहे हैं झारखंड और उत्तराखंड के सीएम यानी की अर्जुन मुंडा और रमेश पोखरियाल निशंक। दरअसल मामला ये है कि झारखंड और उत्तराखंड दोनों ही बाघों के संरक्षण के लिए टीम इंडिया के कप्तान महेन्द्र सिंह धोनी को अपना ब्रांड एम्बेस्डर बनाना चाहते हैं, निशंक ने कहा कि धोनी अल्मोड़ा यानी उत्तराखंड के हैं और हम चाहते है कि जिम कार्बेट पार्क में आकर वो बाघों के संरक्षण के लिए शूट करें और उत्तराखंड के ब्रांड एम्बेस्डर बनें । जबकि झारखंड के सीएम अर्जुन मुंडा का कहना है कि धोनी रांची के हैं, इसलिए हमारे राज्य के हैं, हमारे यहां भी पलामू रिजर्व पार्क हैं, इसलिए उन्हें बाघों के संरक्षण के लिए झारखंड से आवाज उठानी चाहिए। हमने उन्हें पांच एकड़ जमीन दी है। खैर दोनों सीएम अपनी अपनी बात लेकर पर्यावरण मंत्री जयराम रमेश के पास पहुंच गये हैं, जिसके चलते जयराम रमेश की परेशानी बढ़ गई है। अब ऐसे में देखना दिलचस्प होगा कि धोनी किस राज्य के ब्रांड अम्बेस्डर बनते हैं। वैसे धोनी मूल रूप से उत्तराखंड के रहने वाले हैं, लेकिन बचपन से ही वे झारखंड में रहे और वहीं से पहले रणजी मैच खेला फिर भारतीय टीम में आए और अब विश्वकप जीताने वाली टीम के कप्तान हैं।