आंकड़ों में धोनी का करियर:
भारतीय क्रिकेट इतिहास में कई मील के पत्थर बनाने वाले महेंद्र सिंह धोनी ने 2006 में क्रिकेट करियर का आगाज किया। भारतीय टीम ने अबतक 104 टी20 खेला है जिसमें से 93 मैचों में धोनी टीम का हिस्सा रहे हैं। इस दौरान उन्होंने 127 के स्ट्राइक रेट से 1487 रन बनाए हैं। इतना ही नहीं इस दौरान धोनी ने 54 कैच लिए और 33 स्टम्पिंग की है।हाल के दिनों की बात करें तो बल्ले से धोनी निराश करते नजर आते हैं धोनी ने 2018 में 16 वनडे खेलते हुए 228 रन बनाए हैं। उनका औसत 28.13 का रहा है। जबकि उनका स्ट्राइक रेट 67.37 का रहा है। इंग्लैंड में धोनी ने तीन पारियों में सिर्फ 79 रन ही बनाने में सफल हुए थे। एशिया कप में धोनी ने मात्र 77 रन बनाए और इसके बावजूद भी उन्हें विंडीज के खिलाफ चुना गया जबकि दिनेश कार्तिक ने 77 रन बनाए और फिर भी टीम से बाहर रहे।
एसएसके प्रसाद से पंगा लेने का नतीजा:
क्रिकेट के गलियारे में हलचल यह है कि धोनी को एमएसके प्रसाद से पंगा लेना भारी पड़ गया। दरअसल धोनी के चलते चयनकर्ताओं को शर्मसार होना पड़ा था जब महेंद्र सिंह धोनी ने झारखंड के लिए विजय हजारे ट्रॉफी क्वार्टरफाइनल में खेलने से इनकार कर दिया था। जबकि मुख्य चयनकर्ता एमएसके प्रसाद ने मैच से दो दिन पहले सार्वजनिक रूप से इसकी घोषणा कर चुके थे। इस घटना के बाद कहा जा रहा था कि चयनकर्ताओं और सीनियर खिलाड़ियों के बीच कोई संवाद नहीं होता। खिलाड़ी अपना कार्यक्रम खुद तय करते हैं। जबिक धोनी का कहना था कि उनके आने से टीम का संतुलन बिगड़ जाएगा और टीम पहले से ही उनके बिना अच्छा प्रदर्शन कर रही है।
क्या बोले एमएसके प्रसाद:
एसएसके प्रसाद ने धोनी को टीम से ड्राप किए जाने पर अपना पक्ष रखा है ने उन्होंने कहा कि धोनी के टीम से बाहर किए जाने का मतलब नहीं है कि उनका करियर खत्म हो गया है। उन्होंने आगे कहा, 'हम दूसरे विकेटकीपर की भूमिका के लिए अन्य विकेटकीपरों को देखना चाहते हैं।' मुख्य चयनकर्ता प्रसाद ने साफ कर दिया है कि धोनी को फिलहाल 'आराम' दिया गया है। लेकिन अब सवाल यही है कि क्या उन्हें दोनों टी20 सीरीज में एक में भी मौका नहीं दिया जा सकता था? धोनी को विश्व कप 2019 के लिए टीम का मुख्य विकेटकीपर बताया जा रहा था लेकिन क्या भारत-ऑस्ट्रेलिया वनडे सीरीज में धोनी को टीम में जगह मिलेगी या नहीं, ये एक बड़ा सवाल है।