नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम के पूर्व कप्तान महेंद्र सिंह धोनी को कल राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद ने पद्म भूषण प्रदान किया। हालांकि इस दौरान बड़ी दिलचस्प बात यह रही कि धोनी पैरा कमांडो की वर्दी में पद्म भूषष पुरस्कार ग्रहण करने गए। धोनी ने एक सैन्य अधिकारी की तरह राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद को सैल्यूट किया और अपना पुरस्कार ग्रहण किया। इसके बाद से कई लोगों के मन में यह सवाल थे कि आखिर धोनी, सैन्य वर्दी में क्यों पद्म भूषण पुरस्कार ग्रहण करने गए। बता दें कि धोनी टेरिटोरियल आर्मी में मानद लेफ्टिनेंट कर्नल पद पर हैं। अपने इंस्टाग्राम पर धोनी ने लिखा है कि- 'पद्म भूषण पुरस्कार पाना और सैन्य वर्दी में ग्रहण करना खुशी को 10 गुना बढ़ा देती है। इस मौके पर महिला और पुरुष सैन्य कर्मियों को शुक्रिया कहते हुए धोनी ने लिखा कि उनकी कुर्बानियों की वजह से हम सभी संवैधानिक अधिकारों को खुशी से जी पाते हैं।'
बता दें कि धोनी देश के तीसरे सबसे बड़े नागरिक सम्मान पाया। सबसे खास बात की धोनी ने 1983 के बाद 28 सालों के बाद 2 अप्रैल 2011 में देश को वर्ल्ड कप दिलाया था। उन्हें उसी तारीख को पद्म भूषण सम्मान से सम्मानित किया गया, जिस दिन टीम इंडिया ने धोनी की कप्तानी में वर्ल्ड कप जीता था।
इस मौके पर उनकी पत्नी साक्षी धोनी भी मौजूद थी। धोनी के साथ-साथ बिलियर्ड्स चैंपियन पंकज आडवाणी को भी पद्मभूषण से सम्मानित किया गया। राष्ट्रपति भवन में आयोजित इस कार्यक्रम में उपराष्ट्रपति वैंकेया नायडू, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, विदेश मंत्री सुषमा स्वराज, राज्यमंत्री किरेन रिजिजू भी मौजूद थे।
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