नई दिल्ली। आईपीएल के इस सीजन में चेन्नई सुपर किंग्स के शर्मनाक प्रदर्शन से खुद कप्तान महेंद्र सिंह धोनी भी दुखी हैं। लगातार एक के बाद एक मैच हारने की वजह से टीम के हौसल बिल्कुल पस्त हैं। टीम पहले ही प्लेऑफ की रेस से बाहर हो चुकी है। ऐसे में रॉयल चैलेंजर्स बेंगलूरू के खिलाफ आज होने वाले मुकाबले में चेन्नई सुपर किंग्स अपनी खोई इज्जत को वापस हासिल करने के इरादे से मैदान में उतरेगी। मैच से पहले जब धोनी से पूछा गया कि क्या वह टीम से बाहर हो सकते हैं और बाकी के तीन मैचों के लिए टीम की कमान किसी और को दे सकते हैं तो इसके जवाब में धोनी ने कहा कि कप्तान भाग नहीं सकता है।
10 विकेट से हार के बाद निराश धोनी
इस सीजन में सीएसके प्लेऑफ की दौड़ से बाहर हो चुकी है, ऐैसे में बाकी बचे तीन मैचों के जरिए टीम यह समझने की कोशिश करेगी कि आने वाले सीजन में टीम किस तरह की तैयारी करने की जरूरत है। बता दें कि आज आरसीबी और चेन्नई के बीच मुकाबला है। मुंबई इंडियंस के खिलाफ 10 विकेट से हार के बाद धोनी ने कहा कि अगले तीन मैचों में हमे अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने की जरूरत है।
अगले सीजन की तैयारी
धोनी ने कहा कि अगले वर्ष के लिहाज से आने वाले तीन मैच हमारे लिए काफी अहम हैं और इन तीनों मैचों को अगले सीजन की तैयारी के तौर पर देखा जा सकता है। बल्लेबाजों की पहचान करना, डेथ ओवर में कौन गेंदबाजी करेगा, कौन दबाव में बेहतर कर सकता है। मुंबई के खिलाफ हार के बाद धोनी ने कहा कि कप्तान अपनी जिम्मेदारी से बाग नहीं सकता है लिहाजा मैं सभी मैचों में खेलूंगा। बता दें कि अंक तालिका में सीएसके के पास सिर्फ छह अंक है। 11 मैचों में से सीएसके को 8 मैच में हार का मुंह देखना पड़ा है।
हम इस साल अच्छा नहीं खेले
मुंबई के खिलाफ हार के बाद धोनी ने कहा कि यह साल हमारा नहीं था, आप 8 या 10 विकेट गंवाएं, इससे कोई फर्क नहीं पड़ता है, बल्कि मौजूदा समय में हम टूर्नामेंट में कहा हैं यह मायने रखता है। हमे यह देखने की जरूरत है कि हमने कहां गलतियां की हैं। हार की सैकड़ों वजह हो सकती है, लेकिन एक सवाल जो मायने रखता है कि क्या आपने उस क्षमता से गेम को खेला जिसके लिए आप जाने जाते हैं। जब कागज पर आपकी टीम बेहतर है तो क्या उसे सही साबित करने के लिए हमने प्रदर्शन किया, जवाब है, इस वर्ष हमने ये नहीं किया। धोनी ने कहा कि इस साल भाग्य भी हमारे साथ नहीं है।
युवाओं के लिए अच्छा मौका
धोनी ने कहा कि गेंदबाजी हमारी दिक्कत रही है, रायडू घायल थे, अन्य खिलाड़ी भी अपना शत प्रतिशत नहीं दे पाए, क्रिकेट में जब आप मुश्किल दौर से गुजर रहे हो तो आपके लिए किस्मत का साथ होना जरूरी है। जिन मैचों में हम पहले बल्लेबाजी चाहते थे, हम टॉस नहीं जीते, मैदान में ओस भी नहीं थी, लेकिन जब हमने पहले बल्लेबाजी की तो मैदान में ओस थी। आप हमेशा ये नहीं सोच सकते हैं कि नतीजे आपके पक्ष में ही आएंगे। जब आप दुखी हो तो भी आप मुस्कुराने की कोशिश करते हैं और चेहरे पर उसे दिखाते हैं। खिलाड़ियों ने प्रदर्शन करने की कोशिश की है। आने वाले तीन मैच युवाओं के लिए अच्छा प्लेटफॉर्म है।