नई दिल्ली। भला काैन भूला होगा वो दिन जब 'सिक्सर किंग' युवराज सिंह ने टी20 विश्व कप 2007 में स्टुअर्ड ब्राॅर्ड के ओवर में लगातार 6 छक्के लगाए थे। हालांकि, इंटरनेशनल टी20 क्रिकेट में कोई भी अन्य बल्लेबाज युवराज जैसा यह काम नहीं कर सका, लेकिन घरेलू क्रिकेट में कई क्रिकेटर्स ऐसा दोहरा चुके हैं। युवराज की याद एक बार फिर उस समय आ गई जब मुंबई के रहने वाले मकरंद पाटिल ने मुंबई क्रिकेट एसोसिएशन के एक टूर्नामेंट में लगातार 7 छक्के लगा डाले।
एफ डीविजन टाइम्स शील्ड टूर्नामेंट में विवा सुपरमार्केट्स की तरफ से खेलते हुए 23 वर्ष के मकरंद पाटिल ने महिंद्रा लोजिस्टिक्स के खिलाफ 26 गेंदों में 84 रन बनाए और अपनी टीम विवा सुपरमार्केट्स को एफ डीविजन टाइम्स शील्ड टूर्नामेंट का खिताब दिलाया। वह आठवें नंबर पर बल्लेबाजी करने आए थे।मकरंद की इस धमाकेदार बल्लेबाजी के बाद चारों ओर उनकी चर्चाएं हैं। यही नहीं जिस कंपनी में वो सेल्समैन के तौर पर काम करते हैं, उसने भी मकरंद को जश्न मनाने के लिए एक दिन की छुट्टी दे दी है। मकरंद मुंबई के विरार में रहते हैं और उनकी जिंदगी संघर्ष से भरी हुई है। उनके पिता किसान हैं और वो अपने पिता की मदद करते हैं जिसकी वजह से कई मैचों में हिस्सा नहीं ले पाते हैं।
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लगातार 7 छक्के लगाने के बाद मकरंद ने अपनी खुशी जाहिर करते हुए कहा कि जब मैंने लगातार चार छक्के लगाए तब सोचा भी नहीं था कि एक ओवर में लगातार छह छक्के लगा पाउंगा। जब मैंने छह छक्के लगा दिए तो मेरे साथी खिलाड़ी खुशी से चिल्ला रहे थे और मैं उनकी आवाज सुन रहा था। फिर जब मैंने सातवीं गेंद का सामना किया और छक्का लगाया तो मेरी खुशी का ठिकाना नहीं रहा। इस उपलब्धि को हासिल करके मैं काफी खुश हूं। अब लोग मुझसे मिलने आ रहे हैं और मुझे बधाई दे रहे हैं। मुझे अच्छा लग रहा है लेकिन इससे मेरी आगे की जिंदगी आसान नहीं होने वाली है। मुझे और ज्यादा मेहनत करके मुंबई की टीम में जगह बनानी है।