मनोज तिवारी ने जड़ी रणजी 2019-20 की पहली ट्रिपल सेंचुरी
तिवारी ने नाबाद पारी खेली लेकिन वह 1998-99 में बनाए गए गांधी के 323 के स्कोर तक नहीं पहुंच सके, क्योंकि बंगाल ने पारी को घोषित किया था। इस पर तिवारी ने कहा- मुझे यह याद ना दिलाएं।
वहीं कोच अरुण लाल ने कहा, '' हमने चाय पर ही पारी को घोषित किया होता अगर उस समय तिवारी 298 पर बल्लेबाजी नहीं कर रहे होते।
'भारत ने सीरीज जीती लेकिन...': रोहित शर्मा ने ली चहल की शर्टलेस फोटो पर चुटकी
बता दें कि पिछले महीने, तिवारी ने भारत के चयनकर्ता देवांग गांधी को बंगाल का ड्रेसिंग रूम छोड़ने के लिए कहा था जिसके चलते तिवारी को कप्तानी से हटा दिया गया था। तिवारी ने भारत के लिए 12 वनडे और तीन T20I खेले हैं।
300 के बाद छलका IPL में अनसोल्ड रहने का दर्द
इसी बीच तिवारी ने कहा कि दिसंबर में होने वाली आईपीएल नीलामी में अनसोल्ड होना एक "कठोर वास्तविकता" है जो "पचाने में मुश्किल" है।
"फ्रैंचाइज़ी ऐसी चीज़ की तलाश करती है, जो उनकी नजर में, मैं प्रदान नहीं कर सकता। मेरा काम रन बनाना है और स्थिति के अनुसार खेलना है, चाहे वह टी 20 हो, या कोई और फॉर्म हो। तिवारी ने कहा, "लेकिन यह बुरा लगता है जब इतने सारे युवा खेल रहे हैं और मैं घर पर खेल देख रहा हूं।"
वहीं इस पारी के बारे में बात करते हुए तिवारी ने कहा, "यह काफी खास था। यहां तक कि भारत के टेस्ट बल्लेबाज हनुमा विहारी (23) भी विफल रहे। अगर यह उसके लिए मुश्किल था, तो यह हमारे लिए और भी मुश्किल होगा। यह चुनौतीपूर्ण स्थिति थी। तो यह नॉक की गुणवत्ता के बारे में है।"
टीम इंडिया में वापसी पर क्या बोले तिवारी
वहीं टीम इंडिया में अपनी वापसी के बारे में बात करते हुए उन्होंने कहा, "वापसी के बारे में कहना मुश्किल है ... मैं खुद का चयन नहीं कर सकता। लेकिन 50-प्लस औसत (प्रथम श्रेणी क्रिकेट में) 8000 से अधिक रन (8752) वाले किसी व्यक्ति के लिए, आपको निरंतरता, पारी की गुणवत्ता भी देखनी चाहिए न केवल व्यक्तिगत प्रतिभा को देखना चाहिए। "