नई दिल्ली। क्रिकेट की दुनिया में अर्श से फर्श पर आने में समय नहीं लगता है। रातों रात बिका खिलाड़ी कब बिना बिके रह जाए कुछ पता नहीं। खेल के अनिश्चित होने के साथ-साथ खिलाड़ियों के भाग्य के साथ भी ऐसा ही होता है। आईपीएल के 12वें सीजन में भी ऐसा ही हुआ है कई ऐसे खिलाड़ी रहे जो अच्छे बल्लेबाज या खिलाड़ी अनसोल्ड रह गए। खिलाड़ी की किस्मत ने भी उनके साथ नाइंसाफी करती है। इसका ताजा उदाहरण है टीम इंडिया के लिए बेहतरीन पारियां खेलने वाले और आईपीएल में भी अपनी धाक जमा चुके मनोज तिवारी। मनोज को इस बार कोई खरीदार नहीं मिला।
पहली बोली के लिए उनका नाम ही आगे किया गया था। लेकिन किसी ने उनके नाम के लिए बोली नहीं लगाई। मनोज तिवारी का बेस प्राइज 50 लाख रुपये था लेकिन मनोज तिवारी को किसी ने नहीं खरीदा। इस तरह से आईपीएल की पहली नीलामी का पहला खिलाड़ी ही नहीं बिका। आईपीएल 2019 की नीलामी जयपुर में हुई। इस दौरान कई खिलाड़ी ऐसे थे जिनपर बोली नहीं लगी।बता दें कि साल 2017 मनोज तिवारी पुणे की तरफ से 15 मैच खेलते हुए 324 रन बनाए थे ।इस दौरान उन्होंने 2 अर्धशतक भी जड़े थे।
मनोज तिवारी ने खरीदार नहीं मिलन के बाद ट्वीट किया है। मनोज ने मिले हुए पुरस्कारों की तस्वीर साझा करते हुए लिखा है।सोच रहा हूं क्या गलत हो गया, मुझे देश की टीम की तरफ से खेलते हुए 4 मैन ऑफ द मैच मिले फिर अगले 14 मैच के लिए मैं बाहर रखा गया। आईपीएल 2017 के पुरस्कारों पर नजर डालता हूं लगता है क्या गलत हो गया, सोच रहा हूं क्या गलत हो गया मुझसे।
Wondering wat went wrong on my part after getting Man of a match award wen I scored a hundred 4 my country and got dropped for the next 14 games on a trot ?? Looking at d awards which I received during 2017 IPL season, wondering wat went wrong ??? pic.twitter.com/GNInUe0K3l
— MANOJ TIWARY (@tiwarymanoj) December 18, 2018
— MANOJ TIWARY (@tiwarymanoj) December 19, 2018
इस ट्वीट के बाद ट्विटर पर उन्होंने अपने फैंस के साथ एक और ट्विटर शेयर कर धन्यवाद किया है। मनोज ने लिखा है जो लोग मेरे लिए हमेशा आलोचनात्मक रहे हैं वह कभी खुद को मेरी जगह रखकर देखें।
इस सीजन में अरुणाचल प्रदेश, बिहार, मणिपुर, मेघालय, मिजोरम, नागालैंड, सिक्किम, उत्तराखंड और पुडुचेरी के खिलाड़ी भी शामिल हैं। इसी साल बीसीसीआई ने नौ नये राज्यों को घरेलू क्रिकेट खेलने की अनुमति दी थी।