Match Fixing Scandal ICC Suspended two UAE players mohammed Naveed and Sahiman Anwar: नई दिल्ली। क्रिकेट की दुनिया में सट्टेबाजी और मैच फिक्सिंग (Match Fixing) उन दो सबसे बड़े जिन्न में से हैं जो किसी भी टीम और उसके खिलाड़ियों को पतन की ओर ले जाते हैं। खेल जगत में भारत, पाकिस्तान, श्रीलंका जैसे तमाम क्रिकेट बोर्ड इसकी चपेट में आ चुके हैं। इस बीच संयुक्त अरब अमीरात (यूएई) क्रिकेट बोर्ड पर भी मैच फिक्सिंग (Match Fixing) का जिन्न लहराता नजर आ रहा है। आईसीसी (ICC) ने यूएई की टीम के कप्तान मोहम्मद नावेद और टॉप ऑर्डर बल्लेबाज शैमान अनवर बट्ट को मैच फिक्सिंग (Match Fixing) के आरोप में सस्पेंड कर दिया गया है।
आईसीसी (ICC) ने दोनों खिलाड़ियों को साल 2019 में खेले गये टी20 विश्व कप क्वालिफॉयर मुकाबलों में खिलाड़ियों को मैच फिक्सिंग (Match Fixing) के लिये उकसाने के प्रयास में दोषी पाया है। मोहम्मद नावेद को इससे पहले भी साल 2019 में टी10 लीग के दौरान मैच फिक्सिंग (Match Fixing) का दोषी पाया जा चुका है।
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आईसीसी (ICC) की एंटी करप्शन कमिटी ने यूएई के पूर्व कप्तान मोहम्मद नावेद और शैमान अनवर को एंटी करप्शन के दो अपराधों के तहत दोषी पाया गया है। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों ने कमिटी के सामने सुनवाई के अपने अधिकार का इस्तेमाल किया और कमिटी ने जांच के लिये स्वतंत्र कमिटी की गठन किया है।
सुनवाई के बाद आईसीसी (ICC) ने अपने बयान में कहा, 'यह दोनों ही खिलाड़ी आने वाले समय में सस्पेंड रहेंगे और कार्रवाई पूरी होने के बाद उन पर खेल में भाग लेने को लेकर बैन लगाया जायेगा। कमिटी ने दोनों खिलाड़ियों को आईसीसी (ICC) मेन्स टी20 विश्व कप क्वालिफॉयर 2019 के दौरान मैचों को फिक्स कराने के लिये खिलाड़ियों को उकसाने और परिणामों को प्रभावित करने के प्रयास के लिये दोषी पाया है।'
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गौरतलब है कि दोनों खिलाड़ियों को टूर्नामेंट के दौरान मैच फिक्सिंग (Match Fixing) के लिये संपर्क किये जाने पर एंटी करप्शन यूनिट को सूचना नहीं दिये जाने का भी दोषी पाया गया है। आपको बता दें कि यूएई क्रिकेट बोर्ड के लिये यह पहला मामला नहीं है। इससे पहले अक्टूबर 2019 में मोहम्मद नावेद समेत यूएई के तीन खिलाड़ियों को एंटी करप्शन के 13 नियम तोड़ने का दोषी पाया गया था जिसके तुरंत बाद ही उन्हें सस्पेंड कर दिया गया था।