नई दिल्ली। ऑस्ट्रेलिया के पूर्व कप्तान माइकल क्लार्क ने दिग्गज गेंदबाज शेन वॉर्न को लेकर चौंकाने वाला खुलासा किया है। क्लार्क ने कहा कि मैच से पहले शेन वॉर्न अक्सर मैदान में आने से पहले सिगरेट पीते थे। वॉर्न सिगरेट को कहीं छिपाकर रखते थे और मैदान में आने से पहले उसे पीते थे और इसे फिर से कहीं छिपा देते था ताकि जब वापस लौटे तो उसे पीएं। बता दें कि शेन वॉर्न का क्रिकेटर करियर 15 साल से अधिक का था। अक्सर मैदान के बाद वॉर्न चर्चा में रहते थे।
क्लार्क ने कहा कि शेन वॉर्न हमेशा मैदान के बाहर कुछ ना कुछ करते थे। मैदान में जाने से पहले वह सिगरेट पिया करते थे। इसे वह कहीं छिपा दिया करते थे और जब वह वापस आते थे तो फिर उसे पीने लगते थे। उन्हें पता था कि यह मैच का समय है, वह सीमा पार जाते थे और पीकर वापस आ जाते थे। उन्हें पता होता था कि जब मैदान से बाहर जाएंगे तो वह सिगरेट कहा मिलेगी। शेन वॉर्न की तारीफ करते हुए क्लार्क ने कहा कि मानसिक रूप से वह काफी फिट थे। जब उनपर मीडिया का इतना दबाव रहता था तो भी वह अच्छा प्रदर्शन करते थे।
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बता दें कि शेन वॉर्न ने अपने करियर में 1000 से अधिक विकेट लिए हैं। उन्होंने टेस्ट में 708 विकेट, वनडे में 293 विकेट अपने नाम किए हैं। 1999 में वह विश्वकप जीतने वाली टीम का हिस्सा थे। 1993 में उन्होंने बॉल ऑफ द सेंचुरी डाली थी। यही नहीं वह आईसीसी के हॉल ऑफ फेम में भी शामिल हैं। वॉर्न ने 2005 में रिकॉर्ड 96 विकेट अपने नाम किए थे। दिलचस्प बात है कि 1993 जब वॉर्न अपने चरम पर थे तो उस वक्त उन्होंने 72 विकेट लिए थे लेकिन 2007 में अपने संन्यास से दो साल पहले एक बार फिर से शेन वॉर्न अपने करियर के शिखर पर पहुंचे। 2005 में वॉर्न ने 416 रन भी बनाए और इंग्लैंड के खिलाफ 2005 के एशेज में 90 रनों की पारी भी खेली। क्लार्क ने उनकी तारीफ करते हुए कहा कि 2005 में वह जबरदस्त फॉर्म में थे ना सिर्फ गेंद बल्कि बैट से भी। आप अक्सर वॉर्न को रन बनाते नहीं देखते हैं।