नहीं थी कोई कमजोरी
क्लार्क का कहना है कि सचिन ऐसे भारतीय हैं जिसमें कोई कमी नजर नहीं आई। उन्होंने फॉक्स स्पोर्ट्स के एक शो में कहा, 'तकनीकी रूप से शायद सचिन तेंदुलकर को मैंने सबसे अच्छे बल्लेबाज के तौर पर देखा है। उनका विकेट लेना सबसे बड़ी चुनाैती होती थी। मेरा यह मानना है कि तकनीकी तौर पर सचिन तेंदुलकर की कोई कमजोरी थी ही नहीं। बल्कि विरोधी टीम ये सोचती थी कि सचिन खुद कोई गलती करे और हमे विकेट मिल जाए।'
अब इस क्रिकेटर का है दबदबा
क्लार्क ने अपनी कप्तानी में ऑस्ट्रेलिया को 2015 वर्ल्ड कप दिलाया था। सचिन तेंदुलकर, ब्रायन लारा, कुमार संगकारा, राहुल द्रविड़ और जैक कालिस जैसे दिग्गजों के खिलाफ क्लार्क खेल चुके हैं, लेकिन उनका मानना है कि तेंदुलकर से ज्यादा तकनीकी रूप से मजबूत बल्लेबाज उन्होंने नहीं देखा है। क्लार्क ने यह भी बताया कि अब सचिन के बाद किस क्रिकेटर का दबदबा है। मौजूदा समय की बात करें तो क्लार्क का मानना है कि कोहली सभी फॉर्मैट में मिलाकर बेस्ट बल्लेबाज हैं।
सचिन और कोहली में थी ये कॉमन बात
इसके अलावा क्लार्क ने कहा, 'मुझे लगता है कि अभी की बात करें तो बेस्ट बल्लेबाज सभी फॉर्मैट को मिलाकर विराट कोहली हैं। उनका वनडे और टी20 रिकॉर्ड जबर्दस्त है और टेस्ट क्रिकेट में भी वो अपना दबदबा बनाए हुए हैं।' तेंदुलकर और विराट के बीच तुलना करते हुए क्लार्क ने कहा, 'दोनों में एक बात कॉमन है कि दोनों को ही बड़े शतक लगाना पसंद है।' बता दें कि सचिन दुनिया के इकलौते ऐसे क्रिकेटर हैं, जिन्होंने 200 टेस्ट मैच खेले हैं और जिनके खाते में 100 इंटरनेशनल सेंचुरी दर्ज हैं। तेंदुलकर ने 51 टेस्ट और 49 वनडे इंटरनेशनल सेंचुरी ठोकी है। टेस्ट और वनडे में सबसे ज्यादा रनों का रिकॉर्ड भी उनके नाम ही दर्ज हैं। तेंदुलकर के खाते में 15,921 टेस्ट और 18,426 वनडे इंटरनेशनल रन दर्ज हैं।