नई दिल्ली। पिछले कुछ दिनों से नस्लवाद का मुद्दा खेल जगत में भी खूब उठा। विंडीज के कुछ क्रिकेटरों ने खुलासा किया कि वह नस्लवाद का शिकार हुए हैं। डैरेन सैमी ने कहा था कि उन्हें कुछ भारतीय क्रिकेटर्स कालू कहकर पुकारते थे। फिलहाल विंडीज टीम इंग्लैंड में टेस्ट सीरीज के लिए दो-दो हाथ कर रही है। साउथंप्टन में वीरवार को मैच शुरू होने से पहले विंडीज के ही पूर्व क्रिकेटर माइकल होल्डिंग ने नस्लवाद पर बात करते हुए कहा कि आज भी समाज में रंगभेद है और कुछ लोगों के लिए काले लोग मायने नहीं रखते।
माइकल होल्डिंग ने कहा कि इस समस्या को दूर करने के लिए समाज को शिक्षित करना बेहद जरूरी है। इंग्लैंड के पूर्व क्रिकेटर एबनी रेनफोर्ड से बातचीत में कहा कि लोगों को समझना होगा कि काले लोगों की जिंदगी भी अहम है। उन्होंने कहा, 'अगर हम ऐसे ही विचार दिमाग में बिठाए रहते हैं तो शिक्षा बेहद जरूरी है। अगर हम इतिहास में देखें तो काले लोगों के साथ अमानवीय व्यवहार बहुत साल पहले ही शुरू हुआ था। लोग आपको कहेंगे कि वो पुरानी बात है, लेकिन ऐसा नहीं है। आज भी समाज रंगभेद करता। अगर आप लोगों को शिक्षित नहीं करेंगे, तो आप समाज में बड़ा दबलाब नहीं आएगा।''
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"Until we educate the entire human race, this thing will not stop."
— Sky Sports Cricket (@SkyCricket) July 8, 2020
Michael Holding delivers a powerful message, explaining why #BlackLivesMatter. pic.twitter.com/2jiATkOqQ4
उन्होंने आगे कहा कि समाज को समझना होगा कि रंगभेद सिर्फ काले लोगों की समस्या नहीं है। होल्डिंग ने कहा, ''रंगभेद सिर्फ काले लोगों की समस्या नहीं है। ये हर किसी की समस्या है। हमें एक ऐसे समाज की जरूरत है जो समान बात और समान मौके देता है। हम सब इंसान हैं और मुझे उम्मीद है कि लोग समझेंगे कि ये ब्लैंक लाइव्स मैटर आंदोलन सिर्फ काले लोगों के लिए नहीं है। ये किसी को किसी से ऊपर करने वाली बात नहीं है। ये समान अधिकार का आंदोलन है। अगर आप किसी को कहते हैं कि ब्लैक लाइव्स मैटर तो वो आपको कहेंगे वाइट लाइव्स मैटर। हम काले लोग जानते हैं कि गोरे लोगों की जिंदगी भी अहम है। लेकिन मुझे नहीं लगता कि आप लोग जानते हैं कि काले लोगों की जिंदगी मायने रखती है।''