नई दिल्ली: विश्व कप 2019 के लीग चरण में शुरुआती स्तर पर लचर प्रदर्शन के चलते पाकिस्तान सेमीफाइनल तक नहीं पहुंच सका था जिसका सबसे ज्यादा ठीकरा चयनकर्ता, कोच और कुछ खिलाड़ियों पर फूटा। पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड (पीसीबी) ने इसके बाद तत्कालीन हेड कोच मिकी आर्थर को कोच पद पर बरकरार नहीं रखा और उन्हें हटाकर मिस्बाह उल हक को टीम का नया मुख्य कोच बनाया। मिस्बाह ना केवल हेड कोच बने बल्कि उनको नेशनल सेलेक्टर की जिम्मेदारी भी दी गई है। इन सब घटनाक्रम के बाद मिकी आर्थर ने कहा है कि पाकिस्तान में कुछ लोग ऐसे थे जिन्होंने उनसे कहा कुछ और लेकिन किया कुछ और।
ईएसपीएनक्रिकइंफो से बात करते हुए आर्थर ने बताया, मुझे लगता है कि इस पूरे मामले में (विश्व कप के बाद पाक टीम से हटाए जाने पर) मुझे जो निराशा है वो यह है कि मैंने जिन लोगों पर भरोसा किया, उन्होंने ही मेरा साथ नहीं दिया।' बता दें कि आर्थर विश्व कप के बाद भी टीम के कोच बने रहना चाहते थे और उन्होंने यह बात पीसीबी से भी कह दी थी, लेकिन पीसीबी ने उन्हें हटाने का फैसला किया।
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आर्थर ने आगे बताया जब पहली बार पीसीबी अध्यक्ष एहसान मैन द्वारा एक क्रिकेट समिति बनाई गई थी तो उन्होंने मिसबाह और वसीम अकरम के नाम की सिफारिश की थी। पूर्व कोच ने कहा, 'मैंने कहा था कि मिसबाह बेहतरीन साबित होंगे क्योंकि वह पाकिस्तान क्रिकेट के गॉडफादर हैं। मिसबाह शानदार हैं, और साथ ही मैंने वसीम अकरम का नाम भी लिया था क्योंकि मुझे लगता है कि वसीम अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट को अच्छी तरह समझते हैं।'
उन्होंने बताया कि इन लोगों पर उन्होंने भरोसा किया औरर बाद में मिस्बाह उस कमेटी में शामिल थे जिसने उनका कॉन्ट्रैक्ट दोबारा रिन्यू नहीं किया। इसके बाद मिकी आर्थर की पूरी तरह से पाकिस्तान क्रिकेट से छुट्टी हो गई और मिस्बाह को हेड कोच व राष्ट्रीय चयनकर्ता और वकार यूनुस को गेंदबाजी कोच नियुक्त किया गया।