घुटनों के बल बैठे नीचे
जब रूट को गेंद लगी तो सभी अवाक रह गए। गेंद लगने के बाद रूट काफी देर तक घुटनों के बल क्रीज पर बैठे रहे। उनकी टीम के फिजियो फौरन मदद के लिए आए। हालांकि फिजियो ज्यादा कुछ नहीं कर सके लेकिन रूट ने पानी पीया और थोड़ा टहले। इसके बाद उन्होंने अपना एल गार्ड चेंज किया। उनके पहले वाला एल गार्ड टूट हो चुका था और उसकी हालत देखकर लग रहा था कि गेंद काफी खतरनाक थी।
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रूट ने संभाला मोर्चा
मैच के तीसरे दिन रूट चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए आए। नाइट वॉचमैन के रूप में उतरे क्रेग ओवर्टन दूसरे विकेट के रूप में जोस हेजलवुड के शिकार बने। उस समय इंग्लैंड का स्कोर 2 विकेट पर 25 रन हो गया था। इसके बाद रूट और बर्न्स ने टीम को संभालते हुए स्कोर आगे बढ़ाया। दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए शतकीय साझेदारी हुई। इसी बीच रूट ने अपना अर्धशतक भी पूरा किया। वहीं बर्न्स ने भी 50 रन पूरे किए। इन दोनों के बीच तीसरे विकेट के लिए 141 रनों की साझेदारी हुई। हेजलवुड ने बर्न्स को 166 के कुल स्कोर पर आउट कर इस साझेदारी को तोड़ा।
71 रन बनाकर हुए आउट
बर्न्स ने 185 गेंदों की पारी में नौ चौकों की मदद से 81 रन बनाए। कप्तान रूट भी हेजलवुड का शिकार बने। रूट को 71 रन बनाकर पवेलियन लौटना पड़ा। कप्तान ने 168 गेंदों का सामना कर 10 चौके मारे। बता गें कि ऑस्ट्रेलिया ने अपनी पहली पारी आठ विकेट खोकर 497 रनों पर घोषित की थी।