नई दिल्ली। भारतीय महिला क्रिकेट में टी20 विश्व कप के बाद आए तूफान ने अब सुर्खिया बटोरनी बंद कर दी है। लेकिन जब तक कोच रमेश पवार और मिताली राज का विवाद रहा तब तक महिला क्रिकेट उथल-पुथल के दौर से दो-चार होता रहा। यह विवाद टी20 विश्व कप के सेमीफाइनल मैच से शुरू हुआ था जब टीम की कप्तान हरमनप्रीत कौर और रमेश पवार की जोड़ी ने मिताली राज को टीम से बाहर बैठा दिया था। भारत वह मैच हार गया था। उसके बाद मचे हो-हल्ले के बीच मिताली ने यह कहकर सनसनी मचा दी थी कि कोच रमेश पवार और सीओए की एक सदस्य डायना इडुल्जी उनका करियर तबाह करने पर तुले हुए हैं।
उसके बाद मामला सीओए प्रमुख विनोद राय के पास गया। आनन-फानन में बीसीसीआई को कपिल देव की अगुवाई में नए कोच के लिए चयन समिति का गठन करना पड़ा था। समिति ने डब्लूवी रमन को महिला टीम का नया मुख्य कोच नियुक्त किया है। बता दें कि डायना इडुल्जी और हरमनप्रीत कौर फिर से रमेश पवार को ही टीम में बतौर कोच देखना चाहते थे। फिलहाल यह विवाद बाहरी तौर पर शांत हो गया है। ऐसे में महिला वनडे टीम की कप्तान मिताली ने नए कोच के साथ काम करने को लेकर अपनी बात कही है। मिताली ने कहा, 'जो भी विवाद हुआ उसके बाद मुझे लगता है कि यह नई शुरूआत है। नए साल पर यह पहली सीरीज (न्यूजीलैंड दौरा) है और हां, अब हम उस विवाद से आगे बढ़ चुके हैं।'
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मिताली को नए कोच के मार्गदर्शन में बदलाव आने का भरोसा है। कोच और कप्तान दोनों की एक जैसी राय ने भी टीम के कामकाज को आसान किया है। मिताली ने कहा, 'मैंने कोच रमन के मार्गदर्शन में ट्रेनिंग नहीं ली है लेकिन मैं उनसे एक दो बार मिल चुकी हूं और अगर आप देखे तो वे भारत के लिए सबसे उच्च स्तर पर भी खेल चुके हैं और उनको विभिन्न स्तर पर कोचिंग का भी अच्छा अनुभव हैं। मैं इस बात में यकीन रखती हूं कि हर कोच अपने तरीकों में अलग होता है और टीम को अलग तरीको से संभालता है।'