नई दिल्ली। पाकिस्तान के तेज गेंदबाज मोहम्मद आमिर को पाकिस्तान के आधुनिक समय का सबसे बेहतरीन तेज गेंदबाज माना जाता है। आमिर ने पाकिस्तान की ओर से हर फॉर्मेट में जबरदस्त गेंदबाजी की है और विरोधी टीम के बल्लेबाजों क काफी परेशान किया है। लेकिन हर किसी को चौंकाते हुए मोहम्मद आमिर ने पिछले साल दिसंबर माह में क्रिकेट से संन्यास का ऐलान कर दिया था। 2019 में आईसीसी वर्ल्ड कप के बाद मोहम्मद आमिर ने खुद को वर्कलोड के चलते आराम दिया था। लेकिन उसके बाद से आमिर का प्रदर्शन लगातार नीचे जाता रहा और उन्हें पाक टीम से बाहर का रास्ता दिखा दिया गया, उन्हें वनडे और टी-20 टीम में जगह नहीं मिली।
पिछले कुछ महीनों की बात करें तो मोहम्मद आमिर ने क्रिकेट के सभी प्रारूप से संन्यास का ऐलान कर दिया। लेकिन संन्यास के साथ ही मोहम्मद आमिर ने पाकिस्तान क्रिकेट टीम और मुख्य कोच मिस्बाह उल हक पर आरोप लगाया है कि उन्होंने उनका करियर बर्बाद किया। संन्यास के बाद मोहम्मद आमिर ने कहा कि आप जिस देश से प्यार करते हैं उसके लिए खेलना और फिर रिटायर होना आसान नहीं होता है। मैंने इस फैसले के बारे में बहुत सोचा, मैंने अपने करीबियों से बाद की, इसके बाद मैं इस फैसले पर पहुंचा। अगर मैं उन सारी बातों में विस्तार से जाऊं तो पुराने पन्ने खोलूं जोकि काफी खराब हैं तो ठीक नहीं होगा। मुझे उम्मीद है कि हमारे खिलाड़ी खासकर कि युवा खिलाड़ियों को वो सब ना देखना पड़े जो मैंने देखा।
आमिर ने कहा कि मेरे लिए सम्मान सबसे ज्यादा मायने रखता है और मुझे महसूस होता था कि मुझे वो सम्मान नहीं मिल रहा है जिसका मैं हकदार हूं, इसी वजह से मैंने संन्यास लेने का फैसला लिया। पाकिस्तान क्रिकेट को जो लोग संभाल रहे हैं उनके पास अपना काम है जो वो करते हैं, उनके पास जिम्मेदारी है और उन्हें अपने फैसले लेने होते हैं, लेकिन मेरा अपना करियर है लिहाजा मुझे आगे बढ़ना चाहिए और अब मैं अपने जीवन में खुश हूं। बता दें कि करियर की शुरुआत में ही मोहम्मद आमिर को मैच फिक्सिंग के आरोपों का सामना करना पड़ा और उनपर पांच साल का प्रतिबंध तक लगाया गया।