नई दिल्ली। भारतीय टीम के चीते कहे जाने वाले दिग्गज खिलाड़ी मोहम्मद कैफ ने क्रिकेट के सभी फॉर्मेट से संन्यास की घोषणा कर दी है। गौरतलब हो कि भारत को 2002 में नेटवेस्ट ट्रॉफी जिताने में कैफ का सबसे बड़ा योगदान था। खास बात है कि कैफ ने आज के ही दिन यानी 13 जुलाई 2002 को भारत के लिए एक ऐसी पारी खेली, जहां से भारतीय क्रिकेट ने बुलंदियों को छूना शुरु कर दिया। बता दें कि कैफ करीब 12 साल से टीम इंडिया से बाहर है। मिडिल ऑर्डर के इस बल्लेबाज ने अपनी बल्लेबाजी से तो भारत को कई मैच जिताए ही हैं लेकिन उनकी चुस्त फील्डिंग ने भी भारत को कई मैच में विजय दिलाई है। उनकी फील्डिंग का कायल हर कोई था।
When I started playing Cricket,the dream was to play in the India Cap one day.Have been very fortunate to step on to the field & represent my country on 190 days of my life. Today is an apt day for me to announce my retirement from all competetive Cricket. Thank you everyone 🙏🏼 pic.twitter.com/HzKZDWgXBo
— Mohammad Kaif (@MohammadKaif) July 13, 2018
कैफ ने लिखा भावुक संदेशः मोहम्मद कैफ ने भारत के लिए 13 टेस्ट, 125 वनडे खेले 37 साल के कैफ ने नेटवेस्ट ट्रॉफी के फाइनल में नाबाद 87 रन की पारी खेल भारत को खिताब जिताया था। अपने इस संन्यास की घोषणा में कैफ ने लिखा कि मैं क्रिकेट के सभी फॉर्मेट को अलविदा कह रहा हूं, यहां तक की मैंने फर्स्ट क्लास क्रिकेट भी छोड़ने का फैसला किया है। मैं आज रिटायर हो रहा हूं, उस एतिहासिक नेटवेस्ट सीरीज को जीते 16 साल हो गए हैं। भारत के लिए खेलना मेरे लिए खुशी और गर्व की बात है। बता दें कि कैफ 2003 के विश्वकप का भी हिस्सा थे जिस समय टीम ने फाइनल में अपनी जगह बनाई थी। युवराज के साथ उनकी फील्डिंग का हर कोई दीवाना था। कैफ ने उत्तर प्रदेश को रणजी ट्रॉफी जिताने में भी अहम भूमिका निभाई थी। कैफ ने 13 टेस्ट मैचों में 1 शतक की बदौलत 624 रन और 125 वनडे मैचों में 2753 रन बनाए है, इसमें उनके नाम दो शतक भी है।