मोइन खान के बेटे आजम खान-
22 साल की उम्र में इतना भारी शरीर होना वाकई में एक चिंता की बात है और आजम खान को अगर अपना क्रिकेट करियर लंबा खींचना है तो निश्चित तौर पर फिटनेस पर काम करना ही होगा। उनका शरीर इतना भारी है कि आलोचक इसको लेकर उनके ऊपर निशान साधते रहते हैं। हालांकि जब बात क्रिकेट कौशल की आती है तो इसमें कोई भी शक नहीं कि यह युवा बल्लेबाज विपक्षी गेंदबाजों की बखिया उधेड़ने का दम रखता है। उन्होंने अपनी बैटिंग का हुनर पीएसएल में भी दिखाया है। पाकिस्तान के बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ ने इस भारी-भरकम इस बल्लेबाज के बारे में बात की है। पाकिस्तान के पूर्व बेजोड़ बल्लेबाज मोहम्मद यूसुफ को आजम खान से कुछ शिकायतें हैं जिनमें इस बल्लेबाज का अति आक्रमक होना भी शामिल है।
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पाकिस्तान का युवा उभरता हुआ आक्रामक बल्लेबाज-
मोहम्मद यूसुफ को लगता है कि आजम खान को अपने खेलने के तौर-तरीके पर विचार करने की जरूरत है क्योंकि वह हमेशा छक्के लगाने की सोचते हैं। इसके चलते आजम खान ने भारत के बेस्ट बल्लेबाज विराट कोहली से सीख लेने को भी कहा है। विराट कोहली फिटनेस के लिए एक बड़े आइकन माने जाते हैं और उनकी बल्लेबाजी की महानता में फिटनेस का काफी योगदान है। हालांकि कोहली की उम्र अब तेजी से ढल रही है लेकिन फिटनेस आज भी पहले की तरह शानदार बनी हुई है। मोहम्मद यूसुफ ने आजम खान के बारे में बात करते हुए कहा, "वह युवा है और उसने अभी केवल फर्स्ट क्लास क्रिकेट का एक ही सीजन खेला है। हालांकि वह एक उत्साही खिलाड़ी है और एक इमोशनल इंसान भी है जो छक्के मारना पसंद करता है। वह बेहतरीन कवर ड्राइव चलता है लेकिन उसकी छक्के मारने की आदत बहुत ज्यादा है। उसने T20 लीग भी खेली है जिसमें उसने छक्के मारना काफी पसंद किया है। लेकिन जिस तरह का हार्ड वर्क उसने अपने ऊपर किया है और अपनी बल्लेबाजी में भी बहुत मेहनत की है वह तारीफ के काबिल तो है ही।"
पहला मकसद वजन घटाना- यूसुफ
लेकिन इसके साथ ही मोहम्मद यूसुफ का मानना है कि इस बल्लेबाज को लगातार बड़े शॉट लगाने की अपनी आदत को रोकना होगा। मोहम्मद यूसुफ को पाकिस्तान क्रिकेट बोर्ड ने अपने नेशनल हाई परफारमेंस सेंटर पर बल्लेबाजी कोच बनाया है। उन्होंने हाल ही में पाकिस्तान क्रिकेट लीग की फ्रेंचाइजी क्वेटा ग्लैडिएटर्स के बल्लेबाज आजम खान के साथ काम किया है और बताया है कि पाकिस्तानी क्रिकेट टीम की फिटनेस तेजी के साथ सुधरी है। मोहम्मद यूसुफ आजम खान पर आगे बात करते हुए कहते हैं, "हमारा मुख्य मकसद तो उनका वजन घटाना है। इसके बाद हमको उनकी बल्लेबाजी पर भी काम करना होगा। छक्के बहुत जरूरी होते हैं लेकिन यह तभी काम आते हैं जब सही समय पर लगाए जाएं। अगर आपका स्कोरबोर्ड लगातार चल रहा है तो छक्कों की कोई जरूरत नहीं है। अगर आप बड़े खिलाड़ियों को देखे जैसे कि विराट कोहली, केन विलियमसन, बाबर आजम और रोहित शर्मा तो इनके खेलने के तौर तरीके से काफी कुछ समझ सकते हैं।