नई दिल्ली। भारतीय तेज गेंदबाजी में जसप्रीत बुमराह की सनसनी के बीच जिस खिलाड़ी ने लगातार अपनी छाप छोड़ने में सफलता हासिल की है वह हैं मोहम्मद शमी। शमी भी बुमराह की तरह ऐसे गेंदबाज साबित हुए हैं जो टेस्ट के साथ क्रिकेट के छोट प्रारूप में भी उतने ही सफल हैं। शमी की यह खूबी उनको विश्व कप में शामिल किए जाने वाले खिलाड़ियों में प्रबल दावेदार बना देती है। नेपियर में हुए मैच में जबरदस्त गेंदबाजी करके 'मैन ऑफ द मैच' साबित हुए मोहम्मद शमी ने अंतरराष्ट्रीय क्रिकेट में अपनी सफल वापसी का श्रेय पिछले 12 महीनों में टेस्ट क्रिकेट किए गए प्रदर्शन को दिया है।
अक्टूबर में वेस्टइंडीज के खिलाफ घरेलू सीरीज में वापसी करने वाले शमी ने कहा कि उनको टेस्ट मैच खेलना अधिक पंसद है। शमी ने कहा, 'यह लंबी यात्रा रही। मैं साल 2015 में विश्वकप खेला, उसके बाद चोटिल हो गया और उससे उभरने में दो साल लगे। रिहैब के बाद मैंने 2016 के विश्व कप टी20 में जगह बनाई और इससे मेरा आत्मविश्वास बढ़ा। मैंने महसूस किया है कि मैं पटरी पर लौट आया हूं। आपने 2018 में देखा कि मैंने नियमित रूप से टेस्ट क्रिकेट खेला। आत्मविश्वास का स्तर काफी ऊंचा था। मैं उसी गति से गेंदबाजी कर रहा हूं जैसे पहले किया करता था। उम्मीद करता हूं कि यह जारी रहेगा।'
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उन्होंने कहा, 'मुझे टेस्ट क्रिकेट अन्य प्रारूपों से अधिक पंसद है। पिछली तीन-चार सीरीज में हमने जिस तरह का प्रदर्शन किया, इससे हमारा आत्मविश्वास बढ़ा। अगर गेंदबाजी ईकाई नतीजे दे रही है तो दबाव बंट जाता है और आपको अपना सर्वश्रेष्ठ प्रदर्शन करने में मदद मिलती है। मैं काफी आगे के बारे में नहीं सोच रहा लेकिन जब टीम चुनी जाएगी तब यह मेरी फिटनेस और प्रदर्शन पर निर्भर करेगा।' इसके साथ ही शमी ने माना कि भारत के पास बेस्ट गेंदबाजी विभाग है, ऐसे में किसी को भी चुना जा सकता है। बता दें कि कप्तान विराट कोहली ने भी शमी की तारीफ करते हुए कहा है कि शमी इस समय फिटनेस के मामले में सर्वश्रेष्ठ स्तर पर हैं।