नई दिल्ली। किसी भी मां के लिए बड़े गर्व की बात होती है जब उसका बेटा मंजिल हासिल कर दुनियाभर में नाम कमाता है। लेकिन मंजिल पाने के लिए जो संघर्ष करना पड़ता है, उसकी कहानी भी सरल नहीं रहती। इसका उदाहरण एक ऐसा युवा क्रिकेटर है जिसने मां का निधन होने पर भी हाैसला बनाए रखते हुए मंजिल की ओर बढ़ाना जारी रखा है। शायद इसलिए, क्योंकि उसकी मां का सपना भी वही था जो बेटे का है, जी हां, हम यहां जिक्र करने जा रहे हैं पाकिस्तान के 16 वर्षीय युवा तेज गेंदबाज नसीम शाह की। नसीम की मां का मंगलवार निधन हुआ, लेकिन बावजूद इसके वह देश के लिए खेलते रहे और अंतिम संस्कार में शामिल नहीं हो सके।
क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने अपने ट्विटर हैंडल पर शोक व्यक्त किया है। क्रिकेट ऑस्ट्रेलिया ने ट्वीट किया, "नसीम शाह और उनके परिवार के प्रति हार्दिक संवेदना। नसीम को इस दुखद घटना की खबर उस दाैरान मिली जब वह ऑस्ट्रेलिया ए के खिलाफ अभ्यास मैच खेल रहे थे। नसीम की मां के सम्मान में दोनों टीमें बाजू पर काले रंग की पट्टी बांधकर मैदान पर उतरी। गाैर हो कि नसीम शाह को ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ तीन टेस्ट मैचों की सीरीज के लिए माैका दिया गया है। पहला मैच 21 नवंबर को ब्रिस्बेन में खेला जाएगा जहां नसीम को माैका मिलने का पूरा चांस है।
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नसीम अंतिम बार अपनी मां का चेहरा भी नहीं देख पाए। पाकिस्तान की मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, नसीम ने मां के निधन पर पाकिस्तान नहीं लाैटने का फैसला किया है। वो अभी भी टीम के साथ जुड़े रहेंगे। सूत्रों के अनुसार नसीम ने घरवालों से फोन पर बात की लेकिन उन्होंने नसीम को दाैरे से वापस नहीं लाैटने के लिए कहा। ऐसे में अब नसीम दुखों का पहाड़ लेकर कंगारूओं के खिलाफ अपना पहला अंतरराष्ट्रीय मैच खेलते हुए दिख सकते हैं।