कही ये बात
वेंगसरकर ने पीटीआई के साथ बातचीत करते हुए कहा, ''ऑस्ट्रेलिया में युवाओं के लिए एक इमर्जिंग प्लेयर्स टूर्नामेंट आयोजित किया गया था। इस टूर्नामेंट में केवल 4 टीमें हिस्सा ले रहीं थीं, जो भारत, ऑस्ट्रेलिया, साउथ अफ्रीका और न्यूजीलैंड की चार ए टीमें थी। मैं और मेरे साथी उसे देखने गए थे और हमने फैसला किया कि हम अंडर -23 लड़कों को लेंगे और उस समय हमने अंडर -19 विश्व कप भी जीता था। कोहली उस समय अंडर-19 क्रिकेट टीम के कप्तान थे और मैने उन्हें टूर्नामेंट के लिए टीम में शामिल कर लिया।
धोनी नहीं लेना चाहते थे टीम में
पूर्व चयनकर्ता वेंगसरकर ने आगे कहा कि कोहली वहां अपनी बल्लेबाजी के दौरान तकनीकी रूप से काफी सक्षम दिख रहे थे, इसलिए मुझे लगा कि इस खिलाड़ी को भारतीय टी में शामिल होना चाहिए। उसी समय हम श्रीलंका जा रहे थे और मुझे लगा कि यह आदर्श स्थिति है कि मैं उसे टीम में शामिल करूं। मेरे चार सहयोगियों ने भी कहा जैसा आप कहते हैं ठीक है। इसके आगे उन्होंने खुलासा करते हुए कहा, ''हालांकि, उस समय कोच रहे गैरी क्रिस्टन और कप्तान महेंद्र सिंह धोनी उसके लिए नहीं कह रहे थे। वह कह रहे थे कि हमने उसे देखा नहीं है, इसलिए हम एक ही टीम के साथ बने रहेंगे। मैंने उन दोनों को समझाया और कहा भले ही आपने नहीं देखा है, लेकिन मैंने देखा है और हमें इस लड़के को लेना है।''
अब नंबर-वन बल्लेबाज हैं कोहली
बता दें कि माैजूदा समय विराट कोहली वनडे क्रिकेट के नंबर-वन बल्लेबाज हैं। कोहली अबतक 248 वनडे मैच खेल चुके हैं जिसमें वह 59.30 की औसत से 11,867 रन बना चुके हैं। वह 43 शतक व 58 अर्धशतक लगा चुके हैं। विराट साल दर साल वनडे क्रिकेट में रनों का अंबार लगाते जा रहे हैं। वह वर्तमान में वनडे क्रिकेट के नंबर-1 बल्लेबाज भी है।