नई दिल्ली। जब ऑस्ट्रेलिया दौरे पर अचानक से महेंद्र सिंह धोनी ने टेस्ट मैच से संन्यास लेने का ऐलान किया था तो मीडिया में खबरें आई थीं कि तत्कालीन टीम इंडिया के मैनेजर रवि शास्त्री और बैटसमैन विराट कोहली की नजदीकियों ने धोनी को समय से पूर्व टेस्ट से रिटायर कर दिया। इसके बाद काफी समय तक ये ही कहा गया और लिखा गया कि शास्त्री और कोहली दोनों से ही धोनी के मतभेद हैं लेकिन ये सारी बातें तब झूठी हो गईं जब टीम के मौजूदा कोच रवि शास्त्री ने खुलकर महेंद्र सिंह धोनी की तारीफ की और कहा कि कुछ लोग धोनी का करियर तबाह करना चाहते हैं। बंगाल के एक दैनिक समाचार पत्र को दिए इंटरव्यू में शास्त्री ने कहा कि ऐसा लग रहा है कि उनके आस-पास कई जलने वाले लोग हैं, जो धोनी के करियर के खत्म होने का इंतजार कर रहे हैं। हालांकि, उनके जैसे बेहतरीन खिलाड़ी अपना भविष्य खुद तय करते हैं और लोग चाहें कुछ भी कहें, हमें, उनको या पूरी टीम किसी को भी इस बात से कोई फर्क नहीं पड़ता है।
लेकिन शास्त्री की इस बात को धोनी के चाहने वाले मान नहीं रहे हैं। इलाहाबाद निवासी और माही के बहुत बड़े फैन दिलीप अवस्थी, जो कि खुद एक क्रिकेट अकेडमी चलाते हैं, ने वनइंडिया से कहा कि शास्त्री भले ही कुछ कह लें लेकिन सच्चाई धोनी के प्रशंसक जानते हैं, उनके कहने ना कहने से कोई फर्क नहीं पड़ता है, सबको पता हैं कि धोनी बहुत बड़े खिलाड़ी हैं, जिस दिन उन्हें लगेगा कि वो क्रिकेट नहीं खेल पा रहें , वो खुद हट जाएंगे, उन्हें शास्त्री के सपोर्ट की जरूरत नहीं है।
कप्तान विराट कोहली ने भी धोनी का लिया था पक्ष
आपको बता दें कि शास्त्री से पहले कप्तान विराट कोहली ने भी धोनी के लिए ऐसी ही बातें कही थीं। न्यूजीलैंड के खिलाफ टी 20 सीरीज जीतने के बाद कोहली से किसी पत्रकार ने धोनी के संन्यास के बारे में सवाल किया था तो वो भड़क गए थे, उन्होंने उसे जमकर लताड़ लगाई थी और कहा था कि मुझे समझ नहीं आता लोग सिर्फ उनके ऊपर उंगली क्यों उठा रहे हैं। अगर मैं 3 मैच में रन ना बनाऊं तो मेरे ऊपर कोई उंगली नहीं उठाएगा क्योंकि मैं 35 साल का नहीं हूं, तो उनके साथ ऐसा क्यों, राजकोट में हम हारें तो उसमें धोनी की क्या गलती थी, उस समय स्थिति ही ऐसी थी कि अगर हार्दिक पंड्या भी बल्लेबाजी के लिए आता तो उस वक्त वो भी रन नहीं बना सकता था। किसी को भी धोनी पर सवाल उठाने का कोई हक नहीं है।